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डेंगू से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग तैयार, सदर अस्पताल में 12 बेड आरक्षित




- डुमरांव अनुमंडल अस्पताल में आठ तथा सभी पीएचसी में दो-दो बेड तैयार
- सदर अस्पताल में 24 घंटे डेंगू की जांच की सुविधा उपलब्ध

बक्सर | जिले में डेंगू ने धीरे धीरे ही सही, लेकिन अपना प्रभाव दिखाने लगा है। जिसको देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने पूरी तैयारी कर ली है। इस क्रम में डेंगू के मरीजों की जांच से लेकर उनके इलाज तक की व्यवस्था की जा चुकी है। डेंगू के इलाज के लिए सदर अस्पताल में 12 विशेष बेड तैयार किए हैं। इसके अलावा डुमरांव अनुमंडल में आठ तथा सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में दो-दो बेड आरक्षित रखे गए हैं। डेंगू मरीजों के इलाज के लिए विशेष बेड में मच्छरदानी लगाई हुई है। ताकि, मरीजों के माध्यम से कोई भी डेंगू का शिकार न हो सके। साथ ही, सदर अस्पताल में अब 24 घंटे डेंगू के जांच की सुविधा उपलब्ध हैं। ताकि, आपात स्थिति में किसी भी मरीज को इंतजार न करना पड़े। बताया जाता है कि राज्य में डेंगू को लेकर अलर्ट जारी होने के बाद जिला स्वास्थ्य समिति ने डेंगू के लक्षणों वाले मरीजों की निगरानी करनी शुरू कर दी थी। जिसके तहत सभी प्रखंडों के प्रभारी चिकित्सकों को 70 हजार से कम प्लेटलेट्स वाले मरीजों का अनुश्रवण करते हुए उसकी रिपोर्ट जिला सिविल सर्जन को देने का निर्देश दिया गया था। ताकि, डेंगू के लक्षणों वाले मरीजों का इलाज और फॉलोअप सुगमता से किया जा सके।
तीन दिन से ज्यादा बुखार हो तो कराएं जांच :
सिविल सर्जन डॉ. जितेंद्र नाथ ने बताया कि राज्य में डेंगू लगातार तेजी से बढ़ रहा है। जिसको देखते हुए जिलाधिकारी अमन समीर के निर्देश पर जिला प्रशासन व स्वास्थ्य समिति दोनों के संयुक्त स्तर से डेंगू की मॉनिटरिंग की जा रही है। वहीं, जिलाधिकारी के निर्देश पर जिला मुख्यालय में अब नगर परिषद की ओर से फॉगिंग की व्यवस्था की कई है। लेकिन, अंतत: लोगों को स्वयं भी डेंगू से बचाव के कारगर उपाय करने होंगे। उन्होंने बताया कि वार्ड स्तर पर लोगों को डेंगू के प्रति जागरूक करने के लिए वार्ड पार्षद, वार्ड सदस्य व फ्रंट लाइन वर्कर्स को जिम्मेदारी दी गई है। लोगों को बताया जा रहा है कि अगर किसी को तीन दिन से लगातार तेज बुखार व कमजोरी महसूस हो रही है, तो वे बिना देर किए सरकारी अस्पताल में तुरंत डेंगू की जांच जरूर कराएं। जिले के सभी सरकारी अस्पतालों में डेंगू जांच किट उपलब्ध करायी जा चुकी  है। ताकि, मरीजों को जांच के लिए इधर-उधर भटकना न पड़े।
मरीजों की जांच करने के लिए मशीन हुई इंस्टॉल :
डॉ. नाथ ने बताया, अब जिले के डेंगू के लक्षण वाले  मरीजों के ब्लड के  सैंपल की जांच के लिए ज्यादा समय तक इंतजार नहीं करना होगा। सदर अस्पताल में एलाइजा टेस्ट के लिए मशीन आ चुकी है। जिसको इंस्टॉल कर लिया गया है। लेकिन तकनीकी कारणों से चालू नहीं किया जा सका है। जल्द ही इसे शुरू किया जाएगा, जिसके बाद डेंगू मरीजों की जांच आसानी से हो सकेगी। उन्होंने बताया कि डेंगू के लक्षण वाले मरीजों को सावधान रहने की जरूरत है। बिना विशेषज्ञ डॉक्टर के किसी तरह की दवा का सेवन करना उनके लिए जोखिम भरा हो सकता है। मरीज को डेंगू होने पर अधिक से अधिक पानी, ओआरएस घोल, नींबू पानी, नारियल पानी पीना चाहिए। नींबू का रस शरीर में मौजूद विषैले तत्व को दूर करते हैं। इसके अलावा चिकन सूप या अधिक से अधिक प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थों का इस्तेमाल करना चाहिए। डेंगू के मरीजों के पेय पदार्थ ज्यादा लेना चाहिए।



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