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कलयुग में भागवत ज्ञान कथा ही पाप कर्मो एवं मृत्यु भय से दिला सकता है मुक्ति- गंगापुत्र त्रिदंडी स्वामी- gangaputra tridandi




By- Gulshan Singh
(बक्सर ऑनलाइन न्यूज़):- उत्तरप्रदेश के गाजीपुर जिला अंतर्गत ऊंचाडीह स्थित नागेश्वर महादेव मंदिर के प्रांगण में बक्सर के महान संत गंगापुत्र त्रिदंडी स्वामी जी महाराज का चतुर्मास चल रहा है जहाँ स्वामी जी के द्वारा ईश्वर की तपस्या अगले चार माह तक किया जा रहा है। इस दौरान प्रतिदिन गंगापुत्र महारज श्रद्धालुओं को भागवत ज्ञान कथा का रसपान भी करा रहे हैं। 

स्वामी जी ने श्रोताओं को कथा में बताया कि कैसे कलयुग का आगमन पृथ्वीलोक पर हुआ था।  उन्होंने कहा कि परीक्षित को पांडवो ने राज्य सिंघासन पर बिठा कर स्वर्गा रोहड़ किया, एवम उपदेश दिया की अगर कोई कितना भी बड़ा अपराधी है ,अगर एक बार सरण में आता है तो उसको एक बार जीवन दान देना,और कभी भी संतो का अपमान मत करना। इसके बाद परिक्षित कुरांजल परदेस जा रहे थे तभी उन्होंने कलयुग को देखा। उन्होंने देखा कि एक बैल के तीन पैर कट चुके थे और बचे हुए अंतिम पैर को भी कलियुग काट रहा था , इस दौरान राजा परिक्षित मारने के लिए तैयार हुए। जिसके बाद वह राजा परीक्षित के सरण में गिर गया तब चार स्थान कलयुग को दिए. जहा जुआ खेला जाए, जहां दारू पिया जाए, जहा बेस्या बृति हो, जहा जीवों की हत्या हो ,एक और याचना किया तो स्वर्ण में स्थान दिया, इसीलिए सोना अधिक नही पहनना चाहिए , और सोने के मुकुट में कलयुग प्रवेश कर गया ,एक दिन परिक्षित मृगयार्थ हिरणों का शिकार खेलने गए ,और बड़ी तेज प्यास लगी तभी समिक ऋषि की कुटिया दिखाई दी , वहा समिक जी तपस्या में थे ध्यान में बैठे थे ,परिक्षित की तो मुकुट में कलयुग बैठा था,और संत का अपराध कर दिया, गले में मरा सर्प डाल कर जाने लगे तभी समिक के पुत्र ने साप देदिया आज के सातवे दिन तुम्हारी सर्प के डसने से मृत्यु होगी ,ज्योहि परिक्षित ने महल जाकर सोने का मुकुट उतार कर रखा बुद्धि सात्विक हो गई, समिक के सिस्यो ने बताया आपको साप लग चुका है, उसी समय परिक्षित ने अपने पुत्र  जनमेजय को राज्य तिलक किए और गंगा का आश्रय लिया। इस बीच राजा परीक्षित पश्चाताप की अग्नि में जल रहे थे तभी आकाश से भविष्यवाणी हुई कि कलयुग का शुरुआत हो चुका है इसमें भागवत ज्ञान कथा ही आपको पापों एवं मृत्यु भय से मुक्ति दिला सकता है जिसके बाद राजा परीक्षित भागवत ज्ञान कथा सुनना शुरू किए।


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