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संक्रमण के प्रभाव से बचना है, तो वैक्सीन लेना सबसे जरूरी : डीआईओ- corona-health




- जिले में वैक्सीनेशन की धीमी गति पर स्वास्थ्य विभाग ने जताई चिंता
- लोगों से की जा रही है समय पर वैक्सीन लेने की अपील

(बक्सर):- जिले में कोरोना की संभावित लहर को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग निरंतर वैक्सीनेशन अभियान चला रहा है। ताकि, जिले के एक एक लाभार्थी को वैक्सीन की निर्धारित डोज मिल सके। लेकिन, पूर्व की भांति लोगों का रुझान अब कोविड वैक्सीन के प्रति कम दिख रहा है। जिसको लेकर स्वास्थ्य विभाग चिंतित है। भले ही जिले में अब तक कोरोना वायरस ने दस्तक नहीं दी है, लेकिन राज्य के अन्य जिलों में संक्रमण के नए मामलों की पुष्टि होने लगी है। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग कोरोना की संभावित लहर को देखते हुए वैक्सीनेशन अभियान तेज करने की तैयारी में जुटा है। लेकिन, इसके लिए लोगों को जागरूक होकर अपना निर्धारित डोज अनिवार्य रूप से लेना होगा। जिससे वे आगामी दिनों में होने वाले संक्रमण के प्रभाव से बच सकें। उल्लेखनीय है कि जिले में 12 साल से उपर के लाभार्थियों को टीके की विभिन्न डोज दी जा रही है। वहीं, 18 साल के अधिक उम्र के लाभुकों को टीके की प्रिकॉशनरी डोज भी दी जाने लगी है। 
बच्चों को सुरक्षित करने के लिए वैक्सीन जरूरी : 
जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. राज किशोर सिंह ने कहा, कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए अभिवावक जागरूक बने। खुद के साथ साथ वे परिवार के 12 वर्ष से ऊपर के सभी बच्चे का टीकाकरण कराएं। तभी, कोरोना वायरस से बचाया जा सकता है। उन्होंने बताया, वैक्सीन की दोनों डोज लेने के बाद किसी भी व्यक्ति के कोरोना संक्रमित होने की संभावना कम से कम हो जाती है। हालांकि, 18 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों की वैक्सीन प्रतिशत अच्छी रही थी, लेकिन 12 से 18 साल तक के बच्चों को वैक्सीन दिलाने की गति धीमी है। जिसको गंभीरता से लेते हुए माता-पिता अपने बच्चे को कोविड वैक्सीन अनिवार्य रूप से दिलाएं। तभी, वे कोरोना वायरस के संक्रमण से सुरक्षित रह सकते हैं।
संक्रमण से बचने के वैक्सीनेशन के साथ मानकों का करें प्रयोग : 
जब से संक्रमण का प्रभाव कम हुआ है, लोग कोविड के सामान्य मानकों का प्रयोग भी कम करने लगे हैं। फिलवक्त लोग वैक्सीनेशन की निर्धारित डोज लेने के घर से बाहर निकलते समय अनिवार्य रूप से मास्क का प्रयोग करें। जिससे हवा में फैले ड्रॉपलेट्स के जरिये कोरोना संक्रमण को फैलने से रोका जा सके। साथ ही, बाहर निकलने की स्थिति में अनिवार्य रूप से शारीरिक दूरी के नियम का भी पालन करें। इसके अलावा निश्चित अंतराल के बाद साबुन या हैंड सैनिटाइजर से अपने हाथों की सफाई करें। ताकि, हाथों के माध्यम से फैलने वाले कोरोना वायरस को वहीं रोका जा सके। सबसे जरूरी बात यह की कोरोना से बचाव के लिए बेहतर और पौष्टिक भोजन काफी जरूरी है। हमारे शरीर की रोग प्रतिरोधात्मक क्षमता के विकास में हमारा दैनिक खान-पान खास महत्वपूर्ण है।


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