- सिमरी परियोजना अंतर्गत नवनियुक्त सेविकाओं को पोषण ट्रैकर व आंगन ऐप का दिया गया प्रशिक्षण
- ऐप के माध्यम से सेविकाओं को कार्यों का निष्पादन करने में होगी सहूलियत
(बक्सर ऑनलाइन न्यूज़):- जिले में अनलॉक के बाद से आंगनबाड़ी केंद्रों का पूर्व की भांति संचालन शुरू हो चुका है। ऐसे में नवनियुक्त सेविकाओं का क्षमतावर्धन भी शुरू हो चुका है। उन्हें आंगनबाड़ी केंद्रों के सफल संचालन के साथ साथ पोषण ट्रैकर व आंगन ऐप की जानकारी दी जा रही है। इस क्रम में शुक्रवार को सिमरी परियोजना अंतर्गत नवनियुक्त आंगनबाड़ी केंद्रों की सेविकाओं का प्रशिक्षण हुआ। जिसमें सीडीपीओ संगीता कुमारी ने ऐप के संचालन व उसके फायदों जानकारी दी। उन्होंने आईसीडीएस विभाग द्वारा सेविकाओं को मिले मोबाइल पर पोषण कार्यक्रम लॉगिन कर विस्तार से जानकारी, गर्भवती महिलाएं, छह माह से उपर के बच्चों, तीन से छह आयु वर्ष के बच्चों तथा किशोरियों आदि के लिए संचालित पोषण कार्यक्रम के तहत अलग-अलग निबंधित लाभार्थियों के विवरण को पोषण ट्रैकर एप पर ऑनलाइन करने के संबंध में बताया।
निगरानी व अनुश्रवण के लिये पोषण ट्रैकर ऐप का उपयोग :
सीडीपीओ संगीता कुमारी ने बताया, विभाग के स्तर से आंगनबाड़ी केद्रों से संबंधित सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार व इसके अनुश्रवण की प्रक्रिया आसान बनाई गई है। इसको लेकर केंद्रों की सतत निगरानी व अनुश्रवण के लिये पोषण ट्रैकर ऐप का उपयोग किया जा है। पोषण ट्रैकर नाम के इस एप के सफल क्रियान्वयन को लेकर प्रखंड व जिला स्तर पर आंगनबाड़ी सेविकाओं को प्रशिक्षण दिया जा चुका है। विभागीय निर्देश के आलोक में लाभार्थियों को लाभ पहुंचाने में हो रही देरी को खत्म करने के लिए पोषण ट्रैकर मोबाइल एप के माध्यम से सभी कार्य समय पर संपन्न कराना है। इसके माध्यम से सभी सेविकाओं को कार्यों का निष्पादन करने में सहूलियत होगी। यह सरकारी एप गर्भवती महिलाओं, स्तनपान कराने वाली माताओं, बच्चों, किशोर लड़कियों और किशोर लड़कों के लिए, आंगनबाड़ी केद्रों, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और संपूर्ण लाभार्थी प्रबंधन की गतिविधियों का 360-डिग्री दृश्य प्रदान करता है।
रियल टाईम मॉनिटरिंग सिस्टम को किया गया दुरूस्त :
सीडीपीओ संगीता कुमारी ने बताया, समाज कल्याण विभाग द्वारा आंगनबाड़ी केंद्रों के संचालन में पारदर्शिता लाने के लिए कई प्रकार के इंतजाम किए गए हैं। मेन्यू के अनुसार पोषाहार वितरण के साथ ही संसाधनों की उपलब्धता तथा बच्चों की उपस्थिति की सीधी पड़ताल के लिए महत्वाकांक्षी आंगन ऐप को लांच किया गया है। उन्होंने बताया कि आंगन ऐप के जरिए रियल टाईम मॉनिटरिंग सिस्टम को दुरूस्त किया गया है। इसमें बच्चों के साथ सेल्फी के अलावा उपस्थिति रजिस्टर व उपलब्ध सुविधाएं आदि से संबंधित फोटो वरीय पदाधिकारियों को भेजने का प्रावधान किया गया है। इस एप्लीकेशन के उपयोग से निरीक्षण प्रतिवेदन शीघ्र भेजा जा सकता है। केंद्रों से संबंधित सभी जानकारी संग्रह करते हुए व्यय भाउचर की भी प्रविष्टि भेजने की सुविधा उपलब्ध कराई गई है।
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