- एमसीपी कार्ड में लाभुकों को मिलने वाली सेवाओं की जानकारी दर्ज करना अनिवार्य
- 12 वें सप्ताह के अंदर गर्भवती महिलाओं का किया जाता है पंजीकरण
बक्सर | जिले में मातृ व शिशु मृत्युदर को कम करने के लिए विभिन्न कार्यक्रम चलाए जाते हैं। जिनमें
आरोग्य दिवस का आयोजन कर नियमित टीकाकरण, प्रसव पूर्व जांच आदि शामिल हैं। साथ ही, शिशु और मातृ स्वास्थ्य को बेहतर बनाने व गुणवत्तापूर्ण सेवा उपलब्ध कराने का प्रयास किया जा रहा है। इस क्रम में गर्भवती महिलाओं और शिशुओं को दी जाने वाली सभी सुविधाओं की नियमित मॉनिटरिंग की जाती है। ताकि, सेवाओं को उपलब्ध कराने में किसी प्रकार की बाधा न उत्पन्न हो सके। इसके लिए विभाग ने मदर चाइल्ड प्रोटेक्शन कार्ड (एमसीपी) बनाया है। जिसमें फ्रंटलाइन वर्कर्स को गर्भवती महिलाओं और नवजात शिशुओं को को दी जाने वाली सेवाओं को दर्ज करना होता है। इस संबंध में राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक संजय कुमार सिंह ने भी दिशा निर्देश जारी किया है। जिसमें बताया गया है कि एमसीपी कार्ड में स्वास्थ्य से संबंधित सूचकांकों की जानकारी के आधार पर ही विभिन्न सर्वे की रिपोर्ट दी जाती है। जो राज्य में स्वास्थ्य सेवाओं के प्रभावी होने तथा विभिन्न सूचकांकों में राज्य की उपलब्धि को दर्शाता है।
12 वें सप्ताह के अंदर गर्भवती महिलाओं के पंजीकरण :
सदर प्रखंड के प्रसार प्रशिक्षक मनोज चौधरी ने बताया कि विभागीय निर्देश के अनुसार एमसीपी कार्ड में गुणवत्तापूर्ण प्रसव पूर्व जांच सुनिश्चित करने के लिए 12 वें सप्ताह के अंदर गर्भवतियों का पंजीकरण किया जाता है। साथ ही, चार प्रसव पूर्व जांच के महत्वपूर्ण सूचकांकों को फीड किया जाता है। जिसके बाद प्रत्येक माह आशा फैसिलिटेटर के स्तर से समीक्षा भी की जाती है। विभाग के निर्देशानुसार एमसीपी कार्ड गर्भवती महिलाओं तथा नवजात शिशुओं के स्वास्थ्य सेवाओं को सुनिश्चित करने हेतु काफी मददगार है। राज्य, जिला एवं प्रखंड स्तर के पदाधिकारियों के क्षेत्र अनुश्रवण में एमसीपी कार्ड की उपलब्धता पर ध्यान दिया जाय। यह भी सुनिश्चित हो कि आशा के द्वारा प्रसव कक्ष में लिए जाने वाली गर्भवती महिलाओं की 4 प्रसव पूर्व जांच की गई हो। यदि नहीं हुआ हो तो उक्त आशा कार्यकर्ता को प्रदर्शन में सुधार लाने के लिए उत्प्रेरित किया जाए। हर प्रसव स्थान पर इसकी उपलब्धता सुनिश्चित की जाएगी।
आशा व आंगनबाड़ी के पास उपलब्ध होगा एमसीपी कार्ड :
सदर प्रखंड के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. सुधीर कुमार ने बताया कि एमसीपी कार्ड को लेकर विभाग ने नए निर्देश जारी किए हैं। जिसके तहत एएनएम के साथ-साथ आशा कार्यकर्ताओं के पास क्रमश: दो और पांच अतिरिक्त एमसीपी कार्ड उपलब्ध होंगे। साथ ही, एक आईइसी प्रत्येक आंगनबाड़ी केन्द्र पर प्रदर्शित होगा। जिसमें यह जानकारी रहेगी कि एमसीपी कार्ड प्रत्येक गर्भवती महिला एवं नवजात के लिए स्थाई रूप से रखने योग्य दस्तावेज है। यह प्रत्येक आंगनबाड़ी केन्द्र पर वितरण के लिए उपलब्ध है। पूर्ण रूप से भरा हुआ कार्ड सभी गर्भवती महिलाओं को अनिवार्य रूप से उपलब्ध किया जाएगा। ताकि कार्यक्रम अंतर्गत दी जाने वाली स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ ससमय ले सकें एवं 4 प्रसव पूर्व जांच सुनिश्चित की जा सके ।
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