बक्सर । सिमरी प्रखंड के मझवारी गांव के समीप कचरा डंपिंग के खिलाफ बुधवार को ग्रामीण सडकों पर उतर आए और डुमराँव नगर परिषद सफाई एनजीओ के विरोध में आक्रोश व्यक्त करने लगे।आक्रोश का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि कचरा लदे तीन वाहनों को ग्रामीणों ने बैरंग लौटा दिया। स्थिति तनावपूर्ण होने की सूचना पर सिमरी थाने की पुलिस मौके पर पहुंची और हालात को काबू में किया।
पुराना भोजपुर-सिमरी सडक पर बैठकर ग्रामीणों ने सफाई एजेंसी के खिलाफ नारेबाजी की। इसके पहले 6 जुलाई को ग्रामीणों ने सफाई एजेंसी का जमकर विरोध किया था।
शहर की सफाई व्यवस्था की जिम्मेवारी सफाई एजेंसी को दिया गया है। इसके एवज में सफाई एजेंसी को प्रतिमाह 90 लाख की राशि का भुगतान होता है। हालांकि शहर के कचरे की डंपिंग के लिए कोई स्थल चिह्नित नहीं है। जिसके कारण सफाई एजेंसी जहां खाली जगह देखा वहीं कचरा डंप कर दिया। सिमरी के मझवारी में कचरा डंपिंग को लेकर पिछले एक माह से विरोध का सिलसिला चल रहा है।
एजेंसी ने लीज पर ली जमीन :
विरोध की आग को ठंडा करने के लिए सफाई एजेंसी ने मझवारी मोड के समीप 24 कठ्ठा जमीन लीज पर लिया है। ग्रामीणों के विरोध के बाद जमीन की मापी हुई। मझवारी के मो.सलीम अंसारी ने बताया कि ग्रामीण जमीन मापी पर विरोध जता रहे है।उनका कहना है कि मापी सही ढंग से नहीं हुई है।ग्रामीणों ने कहा कि आसपास के खेतों में फसल लगाई जाती है।कचरे की डंपिंग से जहां इस इलाके की हवा दूषित हो रही है।वहीं फसलों का भी नुकसान होगा।बुधवार को जब एजेंसी की गाडी कचरा लेकर मझवारी पहुंची, तो ग्रामीण विरोध में सडक पर उतर आए।आक्रोशित ग्रामीणों ने तीन कूडा लदे वाहनों को वापस लौटा दिया।ग्रामीणों का कहना है कि कचरा डंपिंग से बदबू उठ रहा है। रास्ते से गुजरना मुश्किल हो गया है। ग्रामीणों ने कहा कि कचरा डंपिंग का सिलसिला नहीं बंद हुआ ,तो सडकजाम और धरना के साथ आंदोलन की शुरुआत की जाएगी।
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