• मरीजों को अपने नजदीकी चयनित स्वास्थ्य संस्थान पर जाकर कराना होगा अपना रजिस्ट्रेशन
• जिले के दूर-दराज, कमजोर एवं वंचित तबकों तक स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध हो सकेंगी
(बक्सर ऑनलाइन न्यूज़):- जिले में ई-संजीवनी कार्यक्रम के तहत टेलीमेडिसीन की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। जिसको लेकर जिलास्तर से लेकर पीएचसी व एपीएचसी स्तर तक तैयारियां पूरी कर ली गईं है। इसे और अधिक मजबूत करने के लिए ई-संजीवनी के माध्यम से सभी वीएचएसएनडी सत्र पर पूर्व से दी जाने वाली सेवाओं के अतिरिक्त चिकित्सीय परामर्श की सुविधा भी उपलब्ध करायी जानी है। वीएचएसएनडी सत्र स्थलों पर टेलीकंस्लटेशन के दौरान गर्भवती महिलायें, अतिकुपोषित बच्चों से जुड़े उच्च जोखिम वाले मामले आदि में रेफरल सुविधा उपलब्ध कराया जाना है। इसके साथ ही रोगी को रेफर किये गये स्वास्थ्य संस्थान से रोगी के स्वास्थ्य की अद्यतन जानकारी को प्राप्त किया जाना है। टेलीमेडिसीन की स्वास्थ्य सुविधा लेने के लिए मरीजों को अपने नजदीकी चयनित स्वास्थ्य संस्थान पर जाकर अपना रजिस्ट्रेशन कराना होगा। जिसके बाद वहां तैनात एएनएम द्वारा ऑनलाइन विभाग द्वारा जारी पोर्टल के माध्यम के टेलीमेडिसीन स्वास्थ्य सेवा की सुविधा दिलाई जाएगी। जिसके बाद चिकित्सा परामर्श के अनुसार एएनएम मरीजों को दवाई समेत अन्य चिकित्सा सेवा सुनिश्चित कराएंगी।
सप्ताह के सभी दिन मिलेगी टेलीमेडिसीन की सुविधा :
डॉ. सुधीर कुमार ने बताया, टेलीमेडिसीन के माध्यम से अपना इलाज करवाने की सुविधा 18 फरवरी से शुरू की जाएगी। जिसके तहत सदर प्रखंड सहित जिले के सभी प्रखंडों में प्रत्येक दिन प्रदान की जायेगी। उन्होंने बताया वर्त्तमान में टेली मेडिसीन की सुविधा eSanjeevani.in के माध्यम से सोमवार, गुरुवार एवं शनिवार को एवं eSanjeevani ओपीडी के माध्यम से मंगलवार, बुधवार एवं शुक्रवार को सुबह 9 बजे से दोपहर 2 बजे तक उपलब्ध है, किन्तु अब यह सुविधा सप्ताह के सभी दिन सुबह 9 बजे से शाम 4 बजे तक प्रदान की जायेगी। उन्होंने बताया इस सेवा के माध्यम से मरीज ऑनलाइन अपने स्वास्थ्य संबंधी जांच करवा पायेंगे। साथ ही वे कई अन्य प्रकार की अनावश्यक परेशानियों से भी निजात पा सकेंगे।
दूर दराज इलाकों के मरीजों को होती है सहुलियत :
एएनएम बबिता कुमारी ने बताया, ई-टेलीमेडिसीन के माध्यम से मरीजों को काफी सहुलित से इलाज मुहैया कराया जा रहा है। इस सुविधा के माध्यम से जिले के दूर-दराज, कमजोर एवं वंचित तबकों तक स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध हो सकेंगी। सुदूर आवासित लोगों को सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में आने-जाने के काफी दूरी का सफर तय करना पड़ता था, जो अब उन्हें नहीं करना पड़ेगा। इसकी सबसे खास बात यह है कि मरीज का ऑनलाइन परीक्षण करने के बाद चिकित्सकों द्वारा पीएचसी पर उपलब्ध दवाएं ही लिखी जाती हैं। साथ ही, जटिल बीमारियों के लिए दवाएं कुरियर के माध्यम से भी पहुंचाई जाती है। ताकि, मरीज का सफल इलाज किया जा सके। उन्होंने बताया ई-टेलीमेडिसिन के माध्यम से गुणवत्तापूर्ण इलाज तो होता ही है, साथ ही मरीज उच्च योग्य चिकित्सक से परामर्श लेकर काफी सन्तुष्ट होते हैं।
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