(बक्सर ऑनलाइन न्यूज):- किला मैदान,बक्सर में कृषि प्रौद्योगिकी प्रबंध अभिकरण(आत्मा), बक्सर के द्वारा दो दिवसीय किसान मेला का शुभारम्भ किया गया । वही किसान मेला का उद्घाटन जिला पदाधिकारी अमन समीर के द्वारा दीप प्रज्जवलित कर किया गया।
जिला पदाधिकारी ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि आत्मा द्वारा आयोजित किसान मेला किसानों को एक मंच पर लाने का सषक्त माध्यम है। उन्होंने कहा कि मिट्टी अगर संरक्षित रहेगी तभी खेती-बाड़ी की परिकल्पना कर सकते हैं। मिट्टी को सुरक्षित रखने हेतु विभागीय स्तर पर सहायक निदेषक, रसायन को मासिक रुप से रणनीति तैयार करने का निर्देष दिया। आगे उन्होंने कहा कि किसान स्वयं में एक वैज्ञानिक हैं जो खेतों में नित्य दिन प्रयोग करते हैं। अगर कोई भी कृषक खेती में उत्कृष्ट कर रहे हैं तो उसे जिले के अन्य किसानों तक पहुॅंचाने हेतु आत्मा के बीटीएम या एटीएम से संपर्क कर सूचना दें। बीटीएम या एटीएम की जवाबदेही होगी कि वे उन किसानों की सफलता की कहानी खेत-खलिहान त्रैमासिक पुस्तिका में प्रकाशित करवायेंगे। जिला कृषि पदाधिकारी बक्सर ने कहा कि आधुनिक दौर में कृषि विभाग नित्य नये-नये प्रयोग कर खेती को लाभदायक बनाने में प्रयत्नषील है। ड्रोन इसका उदाहरण है। ड्रोन का ईस्तेमाल कर कठिन परिस्थितियों में खेतों में दवाओं का छिड़काव कर सकते हैं। ई. आर.एस. सिंह ने ड्रोन विषय पर प्रकाष डाला।
मौके पर कृषि व कृषि से सम्बद्ध विभिन्न विभागों का स्टाॅल एवं किसानों द्वारा लाये गये उत्पाद का प्रदर्षनी भी लगाया था, जिसका अवलोकन जिला पदाधिकारी एवं उप विकास आयुक्त महोदय द्वारा किया गया। मौके पर किसान के बीच क्वीज प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया, जिसमें जिला कृषि पदाधिकारी बक्सर की अध्यक्षता में टीम बनाकर किसानों से प्रश्न पूछे गये। सही जवाब देकर अनेक किसानों को आकर्षक पुरस्कार भी दिया गया।
फल-फूल-सब्जी प्रदर्शनी का आयोजन: आत्मा,बक्सर द्वारा फल-फूल-सब्जी का प्रदर्षनी का कराया गया, जिसमें जिले के ग्यारह प्रखंडों से एक से बढ़कर एक उत्पाद लाये गये थे। उत्पाद में बक्सर प्रखंड से 31, इटाढ़ी प्रखंड से 37, राजपुर प्रखंड से 31, चैसा प्रखंड से 28, नावानगर प्रखंड से 52, ब्रम्हपुर प्रखंड से 24, केसठ प्रखंड से 8, चक्की प्रखंड से 22, चैंगाई प्रखंड से 22, डुमराॅंव प्रखंड से 56 तथा सिमरी प्रखंड से 31 उत्पादों का पंजीकरण कराया गया। इन 342 प्रदर्षो का मूल्यांकन हेतु सहायक निदेषक,उद्यान, कृषि विज्ञान केन्द्र, अनुमंडल कृषि पदाधिकारी तथा आत्मा के उप परियोजना निदेषक की टीम का गठन किया गया है, जो मूल्यांकन कर प्रथम,द्वितीय एवं तृतीय का चयन करेगी। चयन उपरांत दिनांक 15 अक्टूबर को मेला के दूसरे दिन पुरस्कृत किया जायेगा।
एफपीओ द्वारा तैयार जैविक प्रोडक्ट की लाॅंचिंग: जिला पदाधिकारी के द्वारा किसान मेला में चार एफपीओ के माध्यम से तैयार जैविक प्रोडक्ट का लाॅचिंग किया गया। उन्होंने कहा कि अब बाजार में बक्सर जिला का जैविक प्रोडक्ट भी आम जनों को सुलभता से मिलना शुरु हो जायेगा। जिला कृषि पदाधिकारी बक्सर ने कहा कि भविष्य में एफपीओ के माध्यम से दिनचर्या में उपयोग हाने वाली सामग्रियों को आमजनों के बीच उपलब्ध कराने की तैयारी है।
स्टाॅल के माध्यम से किसानों को ज्ञान: किसान मेला में लगभग चालीस स्टाॅल लगाया गया था, जिसमें आकर्षक का केन्द्र जल संरक्षण, समेकित कृषि प्रणाली, मधुमक्खीपालन, सोलर सीस्टम, ड्रोन, मषरुम, कृषि विज्ञान केन्द्र,मदन वाटिका नर्सरी इत्यादि रहा। जिला कृषि पदाधिकारी बक्सर ने बताया कि किसानों के ज्ञानवर्द्धन हेतु भूमि संरक्षण माॅडल को जीवंत रुप से तैयार कराया गया है, ताकि किसान देखकर अपने क्षेत्र में इस माॅडल को मूर्त रुप दें। उक्त स्टाॅल दिनांक 15 अक्टूबर को भी रहेगा।
किसान मेला दिनांक 15 अक्टूबर को भी जारी रहेगा। किसान मेला के दूसरे दिन सरकार द्वारा निर्धारित अंतराष्ट्रीय किसान ग्रामीण महिला दिवस का आयोजन भी किया जायेगा।
मौके पर कृषि विज्ञान केन्द्र के कार्यक्रम समन्वयक हरिगोविंद जायसवाल, डाॅ. देवकरण, रामकेवल,अनुमंडल कृषि पदाधिकारी, सहायक निदेषक, आत्मा कर्मी के साथ कृषि विभाग के सभी पदाधिकारी,कर्मी एवं कृषक मौजूद थे।
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