- संक्रमण प्रसार को रोकने में आम लोगों की भूमिका अहम, सबका सहयोग आवश्यक है।
- बिना कारण घर से बाहर नहीं निकलने की दी जा रही है सलाह
(बक्सर ऑनलाइन न्यूज़):- जिला समेत पूरे राज्य में एक बार फिर से कोरोना वायरस का संक्रमण फैलने लगा है। कोरोना के नये वैरिएंट ओमिक्रॉन के साथ-साथ डेल्टा वैरिएंट का भी प्रसार हो रहा है। जिसको देखते हुये राज्य सरकार ने गुरुवार की रात से पूरे सूबे में नाइट कर्फ्यू लगाने का फरमान जारी किया है। ताकि, लोगों को कोरोना के प्रभाव से बचाया जा सके। मामले को गंभीरता से लेते हुये पूरे जिले में मास्क चेकिंग अभियान तेज किया जा रहा है। इसके लिये जिलाधिकारी अमन समीर ने भी जिले के सभी बीडीओ, सीओ और थानाध्यक्षों को सघन रूप से मास्क चेकिंग अभियान चलाने का निर्देश दिया है। जिससे लोगों को कोविड के सामान्य नियमों का पालन कराया जा सके। स्वास्थ्य विभाग ने जिलेवासियों से सावधानी बरतने की अपील की है। जिला स्वास्थ समिति लोगों के स्वास्थ्य के प्रति पूरी तरह से सजग है और हर कोशिश है कि संक्रमण प्रसार को रोका जा सके। संक्रमण प्रसार को रोकने में आम लोगों की भूमिका अहम है। ऐसे में आपदा की घड़ी में सबका सहयोग आवश्यक है।
सभी लोग अच्छी तरह से मास्क पहनें :
सिविल सर्जन डॉ. जितेंद्र नाथ ने बताया, कोरोना के ओमीक्रोन वैरियंट की वजह से संभावित तीसरी लहर को देखते हुए जिला में कोरोना जांच की रफ्तार बढ़ा दी गई है। बावजूद इसके अभी भी लोगों को कोरोना गाइडलाइन का पालन नहीं करते हुये देखा जा रहा है। ऐसे में लोगों को यह समझना होगा कि थोड़ी सी भी लापरवाही लोगों को भारी पर सकती है। जिलावासियों से अपील करते हुए उन्होंने कहा कि सभी लोग अच्छी तरह से मास्क पहनें, क्योंकि कोरोना संक्रमण मुख्य रूप से मुंह और नाक से निकलने वाले ड्रॉप्लेट्स से फैलता है। इसके साथ ही सभी भीड़-भाड़ वाले स्थान पर जाने से परहेज करें। बहुत जरूरी हो तो सोशल डिस्टेंसिंग के नियम का पालन करते हुये दूसरों से दूरी बनाकर रखें।
स्वास्थ्य अधिकारियों व कर्मियों का अवकाश रद्द :
डीपीएम संतोष कुमार ने बताया, विभाग के निर्देशानुसार जिले में कोरोना के बढ़ते संक्रमण की रोकथाम एवं इसके निरोधात्मक उपाय के लिए विशेष चौकसी तथा अनुश्रवण किया जा रहा है। वहीं, आपदा के संभावित स्थिति को देखते हुये सभी चिकित्सा पदाधिकारी संविदा/नियोजित सहित से लेकर सभी स्वास्थ्य कर्मी संविदा/नियोजित सहित जैसे स्वास्थ्य प्रशिक्षक, पारा मेडिकल स्टाफ, जीएनएम, एएनएम, शैल्य कक्ष सहायक, लैब टेक्नीशियन के साथ ही चतुर्थ वर्गीय कर्मियों के सभी प्रकार के अवकाश को आगामी 28 फरवरी तक रद्द कर दिया गया है। हालांकि, अध्ययन अवकाश और मातृत्व अवकाश पर गए चिकित्सा पदाधिकारियों और कर्मियों को इससे मुक्त रखा गया है।
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