Ad Code


प्रतिभागियों की कमी के वजह से चौसा नगर पंचायत क्षेत्र में सैरातों की बंदोबस्ती स्थगित


- प्रतिभागियों की कमी बनी वजह, अब 24 अप्रैल को होगी दोबारा प्रक्रिया
- हॉट-बाजार, मछली बाजार और बस वाहनों की सैरात की थी प्रस्तावित बंदोबस्ती

बक्सर । जिले के चौसा नगर पंचायत क्षेत्र में प्रस्तावित सैरातों की बंदोबस्ती प्रक्रिया सोमवार को कोरम की कमी के कारण स्थगित कर दी गई। निर्धारित तिथि और समय पर नगर पंचायत परिसर में प्रक्रिया आयोजित की गई थी, जिसमें नगर पंचायत अध्यक्ष किरण देवी, अंचल पदाधिकारी, कार्यपालक पदाधिकारी शुभम कुमार, सशक्त स्थायी समिति के सदस्य और एक बोलीदाता उपस्थित थे, लेकिन नियम के अनुरूप आवश्यक न्यूनतम तीन प्रतिभागियों की उपस्थिति नहीं होने से यह प्रक्रिया पूरी नहीं हो सकी।


नगर परिषद अध्यक्षा किरण देवी ने बताया कि नगर पंचायत द्वारा इस बार हॉट-बाजार, मछली बाजार एवं चौसा नगर क्षेत्र के अंतर्गत चलने वाले छोटे-बड़े भाड़े के वाहनों की सैरात की बंदोबस्ती की तैयारी की गई थी। इसके लिए नगर पंचायत की ओर से पूर्व में सूचना प्रकाशित की गई थी और बोली प्रक्रिया हेतु सोमवार की तिथि निर्धारित की गई थी। लेकिन निर्धारित समय पर सिर्फ एक ही इच्छुक बोली दाता पहुंच सका, जिससे कोरम पूरा नहीं हुआ।

नगर पंचायत के कार्यपालक पदाधिकारी शुभम कुमार ने बताया कि सैरातों की बंदोबस्ती प्रक्रिया पूरी पारदर्शिता और नियमों के तहत संपन्न कराई जाती है। नियमों के अनुसार, बंदोबस्ती प्रक्रिया में न्यूनतम तीन प्रतिभागियों की उपस्थिति अनिवार्य होती है, जिससे प्रतिस्पर्धा बनी रहे और अधिक बोली लगाकर राजस्व की प्राप्ति सुनिश्चित हो सके। लेकिन सोमवार को केवल एक ही प्रतिभागी के उपस्थित होने के कारण नियमानुसार प्रक्रिया को स्थगित कर दिया गया है।


उन्होंने बताया कि अब अगली तिथि 24 अप्रैल निर्धारित की गई है। इसके लिए पुनः सार्वजनिक सूचना जारी कर दी गई है ताकि अधिक से अधिक बोलीदाता प्रक्रिया में भाग लें। उन्होंने उम्मीद जताई कि अगली बार कोरम पूरा होगा और बंदोबस्ती प्रक्रिया सफलतापूर्वक संपन्न कराई जा सकेगी।

उल्लेखनीय है कि पिछले वर्ष नगर पंचायत चौसा द्वारा बस वाहनों की सैरात की बंदोबस्ती 30 लाख 30 हजार रुपये में की गई थी, जबकि हॉट-बाजार की बंदोबस्ती 5 लाख 25 हजार रुपये में हुई थी। इस बार भी नगर प्रशासन को इन सैरातों से अच्छी आमदनी की अपेक्षा है, लेकिन प्रक्रिया की असफलता से फिलहाल राजस्व वसूली पर विराम लग गया है।

स्थानीय प्रशासन का कहना है कि सैरातों की बंदोबस्ती न सिर्फ आय का प्रमुख साधन होती है, बल्कि इससे बाजार व्यवस्था को भी नियंत्रित रखने में मदद मिलती है। ऐसे में नगर पंचायत ने सभी इच्छुक बोलीदाताओं से आगामी तिथि पर अधिक संख्या में भाग लेने की अपील की है, ताकि प्रक्रिया नियमसंगत रूप से संपन्न हो सके।




................. ................. ............... ..............
Send us news at: buxaronlinenews@gmail.com
ख़बरें भेजें और हम पहुंचाएंगे, 
आपकी खबर को सही जगह तक...





 





Post a Comment

0 Comments

Close Menu