बक्सर । संस्कृत विद्यालय के शिक्षक तिलकधारी पान्डेय ने बक्सर सहित प्रदेशवासियों को शारदीय नवरात्र के पावन पर्व पर बधाई और शुभकामनाएं दी हैं। साथ ही उन्होंने सभी की सुखसमृद्धि और मंगलमय जीवन की कामना की है। श्री पान्डेय ने अपने संदेश में कहा कि नवरात्रि केवल मातृ शक्ति की उपासना का पर्व नहीं है,बल्कि यह आत्मानुशासन,अंतःकरण की शुद्धि और मन की एकाग्रता को सुदृढ़ करने का अवसर भी प्रदान करता है।
उन्होंने कहा कि भारत की सनातन धर्म की परम्परा में माँ दुर्गा की उपासना का प्राचीन काल से ही अत्यधिक महत्व रहा है। माँ दुर्गा शक्ति की अधिष्ठात्री देवी हैं। यह चराचर जगत की आदि शक्ति हैं, इनके अनन्त रूप हैं, लेकिन प्रधान नौ रूपों में नवदुर्गा बनकर आदिशक्ति चराचर जगत पर अपनी करुणा की वर्षा करती हैं। वर्ष में दो बार नवरात्रि का कार्यक्रम मातृशक्ति के प्रति भारत की भावना का प्रभावी प्रतिनिधित्व करता है। उन्होंने कहा कि शारदीय नवरात्रि का आयोजन, सभी लोगों के लिए शुभ एवं मंगलमय हो यह मेरी माता रानी से कामना है।
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