बक्सर । सिमरी के रामोपट्टी गाँव में शुक्रवार को संस्कृत विद्यालय के प्रांगण में स्व. रीता पान्डेय की चौथी पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि सभा सह वितरण समारोह का आयोजन किया गया। इस आयोजन को स्व. रीता पान्डेय के पुत्र शिक्षक आकाश पान्डेय तथा विकास पान्डेय के द्वारा किया गया। कार्यक्रम में पिता तिलकधारी पान्डेय सहित परिवार के अन्य सदस्यों का सहयोग सराहनीय रहा।
सबसे पहले गाँव एवं समाज के वरिष्ठ नागरिकों के द्वारा स्वर्गीय रीता पान्डेय के तैलचित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर उनकी आत्मा को श्रद्धांजलि दी गई। इसके उपरांत सैकड़ों गरीब एवं जरूरतमंद महिलाओं के बीच अंगवस्त्र तथा खाद्य सामग्री का वितरण किया गया। वही इस मौके पर कार्यक्रम में आये तमाम लोगों को भोजन कराया गया।
इस दौरान मुखिया प्रतिनिधि प्रमोद पान्डेय तथा विद्वान अधिवक्ता सत्यप्रकाश पान्डेय ने कहा कि स्वर्गीय रीता पान्डेय एक धर्म परायण महिला रहीं और उन्होंने सदैव गरीबों और असहाय लोगों की मदद की। उनके द्वारा समाज कल्याण के कार्यो को भुलाया नहीं जा सकता है।
वही पुत्र आकाश पान्डेय ने बताया कि उनकी मां स्व० रीता पान्डेय ने बचपन से उन्हें यह सीख दी थी कि समाज के वंचितों के लिए समय-समय पर निश्चित रूप से कुछ ना कुछ करते रहना चाहिए। मां ने यह बताया था कि गरीबों और जरूरतमंदों के रूप में ईश्वर को देखना चाहिए। मां की इसी सीख को आत्मसात करते हुए उनकी पुण्यतिथि पर जरूरतमंदों के बीच अंगवस्त्र, खाद्य सामग्री तथा भोजन वितरण करते हुए मां को चौथी पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि अर्पित की गई। आकाश पान्डेय ने कहा कि माँ के दिखाए गए रास्ते पर चलते हुए इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर रविशंकर राय,वीरेंद्र दुबे,अशोक मिश्रा,नगेंद्र यादव,हरेकृष्ण यादव,संजय पान्डेय, कामेश्वर पान्डेय,अर्जुन यादव,गोरख ठाकुर,अशोक प्रजापति,राकेश पान्डेय, डॉ अरविंद पान्डेय,डॉ हिमांशु पान्डेय सहित दर्जनों प्रबुद्ध लोग उपस्थित रहे।
................. ................. ............... ..............
Send us news at: buxaronlinenews@gmail.com
ख़बरें भेजें और हम पहुंचाएंगे,
आपकी खबर को सही जगह तक...
0 Comments