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पेंशन अदालत गहमर में बक्सर सैनिक संघ के प्रयासों की खूब हुई प्रशंसा,नेत्रहीन फौजी पुत्र को जल्द पेंशन दिलाने का सेना के अधिकारियों ने दिया आश्वासन- uttarpradesh-gahamar




(बक्सर ऑनलाइन न्यूज़):- उत्तर प्रदेश के गाजीपुर के गहमर इंटर कॉलेज में गुरुवार को रक्षा लेखा प्रधान नियंत्रक पेंशन प्रयागराज के द्वारा दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया. इस कार्यशाला में देश के कोने कोने से सैनिक परिवार के लोग पहुँचे हुए थे। इस दौरान बिहार राज्य पूर्व सैनिक संघ के बक्सर इकाई के जिलाध्यक्ष हरेंद्र तिवारी व जिला उपाध्यक्ष विद्यासागर चौबे के नेतृत्व में भारी संख्या में शाहबाद के पूर्व सैनिक शामिल हुए।


इस बीच पूर्व सैनिक संघ की मदद से बक्सर के राजपुर थाना क्षेत्र के हेठुआ राजपुर गाँव निवासी पूर्व सैनिक स्व. सिद्धनाथ चौबे के नेत्रहीन पुत्र कमलेश चौबे भी पेंशन अदालत में पहुँच उसने अपनी व्यथा मार्मिक कहानी सेना के अधिकारियों को सुनाई. उसने बताया कि वह अनाथ है उसके माता-पिता गुजर चुके है। उसकी बात सुनकर सबकी आंखों में आंसू आ गए. कमलेश चौबे एक फौजी का बेटा है. उसके मां बाप मर चुके हैं और बेटा नेत्रहीन है. कमलेश की आर्थिक स्थिति सही नहीं होने के कारण वो ट्रेनों में भीख मांग का गुजर-बसर करता आ रहा था. भीख मांगने पर मिलने वाले लोगों के ताने सुनने के बाद वो इतना परेशान हो गया कि उसने आत्मदाह करने का फैसला लिया. जिसकी जानकारी भूतपूर्व सैनिक संघ बक्सर जिला इकाई के जिलाध्यक्ष हरेंद्र तिवारी को हुई जिसमे बाद संघ के लोगों ने उसे रोका और प्रधान नियंत्रक से बातचीत कराई. जिसके बाद उसने आत्महत्या का फैसला बदल दिया.


रक्षा लेखा प्रधान नियंत्रक प्रयागराज के तत्वाधान में 175 वे रक्षा पेंशन कार्यशाला और रक्षा पेंशन अदालत का दो दिवसीय आयोजन गाजीपुर जिला क्षेत्र के गहमर गांव के इंटर कॉलेज के प्रांगण में रक्षा लेखा प्रधान नियंत्रक राजीव रंजन के द्वारा किया गया. जिसमें पूर्व सैनिकों के पेंसन में विसंगतियों को दूर करने के लिए पूर्व सैनिक को और उनके परिजनों ने आवेदन पत्र दिया. कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि राजीव रंजन द्वारा दीप प्रज्वलन करके किया गया. मुख्य अतिथि ने जनपद के वीर योद्धा परमवीर चक्र विजेता वीर अब्दुल हमीद और अन्य योद्धाओं के चित्र पर माल्यार्पण कर भावभीनी श्रद्धांजलि दी, और इस दौरान वीर सेनानियों और उनकी विधवाओं को अंगवस्त्र देकर सम्मानित भी किया गया.

इस दौरान बक्सर के पूर्व सैनिक संघ के द्वारा कैंटीन को शुरू करने की मांग की गई है. वही भूतपूर्व सैनिकों को चिकित्सा में आने वाली दिक्कतों को भी दूर करने की मांग की गई. इस दौरान कार्यशाला में उपस्थित सेना के वरिष्ठ अधिकारियों ने बक्सर जिला इकाई सैनिक संघ के निरंतर सेवा और प्रयासों की सराहना की।

कार्यक्रम में मौजूद विशिष्ट अतिथि जीओसी पूर्वी यूपी और एमपी सब एरिया मेजर जनरल जे एस बैंसला रहे. इस कार्यशाला में कई जनपदों के साथ ही बिहार के बक्सर सहित कई जिलों के भूतपूर्व सैनिक शामिल हुए. इन सभी लोगों ने अपने अपने पेंशन विसंगतियों को लेकर आवेदन दिया तो वही कई लोगों का पेंशन और अन्य देय जो पिछले कई सालों से बकाया रहे उसका भी निस्तारण किया गया. प्रधान नियंत्रक ने भूतपूर्व सैनिकों के उत्कृष्ट सेवाओं की प्रशंसा की और उन्हें आश्वस्त किया कि पेंशन संबंधी किसी भी समस्या पर कार्यालय रक्षा लेखा प्रधान नियंत्रक प्रयागराज द्वारा त्वरित समाधान किया जाएगा.

बताते चलें कि गाजीपुर का गहमर गांव एशिया के सबसे बड़े गांव में जाना जाता है. इस गांव में औसतन एक परिवार से एक सेना का जवान देश की सेवा में कार्यरत है. जितने मौजूदा समय में कार्यरत है उससे कहीं अधिक तकरीबन 15000 रिटायर सैनिक इस गांव में निवास कर रहे हैं.  

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