Ad Code


एक वर्षीय बच्चें सहित महिला को घर से बेघर करने के मामले में आया नया मोड़, खुद की बचाव में दहेज आरोपी ने दी एसपी को आवेदन- police office buxar




(बक्सर ऑनलाइन न्यूज़):-  गुरुवार को चक्की ओपी थाना क्षेत्र के लक्ष्मण डेरा निवासी अभिमन्यु यादव,पिता- जगन्नाथ यादव ने अपने ऊपर साबित देवी द्वारा लगाए गए दहेज उत्पीड़न के सभी आरोपो को गलत बताते हुए पुलिस अधीक्षक कार्यालय में एक आवेदन दी है। इस आवेदन पत्र में उन्होंने बताया है कि वे वर्ष 2018 से ही अपने पिता एवं भाई पप्पू यादव से अलग होकर अपना खुद का मकान बना कर रहा करते है। वही अभिमन्यु यादव ने आवेदन पत्र में लिखा है कि उनके छोटे भाई पप्पू यादव एवं उनकी पत्नी सविता यादव के द्वारा पूर्व नियोजित तरीके से षड्यंत्र रच कर उनके परिवार एवं बच्चों को झूठा मुकदमा में फंसा कर सारी सम्पति हड़पना चाहते हैं। वही उन्होंने कहा है कि सविता यादव के द्वारा उनके ऊपर लगाए गए दहेज उत्पीड़न के सभी आरोप गलत है. उन्होंने एसपी को दिए आवेदन में कहा है कि उनके तथा उनके परिवार के तरफ से सविता यादव से किसी प्रकार का कोई दान-दहेज व बुलेट मोटरसाइकिल का मांग नही किया गया है। दहेज के आरोपी अभिमन्यु यादव ने पुलिस अधीक्षक से इस मामले की जांच कर उचित कार्यवाई करते हुए खुद की सुरक्षा की मांग की है।

क्या है पूरा मामला ?

विदित हो कि 15 जून यानी मंगलवार को दहेज उत्पीड़न का एक मामला प्रकाश में तब आया जब अचानक चक्की ओपी थाना क्षेत्र के लक्ष्मण डेरा निवासी पप्पू यादव की पत्नी सविता देवी रोते बिलखते अपनी एक वर्षीय बच्ची के साथ पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुँच न्याय की गुहार लगा रही थी। इस दौरान पीड़िता के द्वारा एसपी ऑफिस में एक आवेदन दिया गया था जिसमें उसने ससुराल वालों पर दहेज के लिए अत्याचार करने और जबरन घर से भगा देने का आरोप लगाते हुए एसपी से न्याय की मांग की थी। इस दौरान पीड़िता सविता देवी ने मीडिया को बताया कि उनकी शादी वर्ष 2018 में चक्की गाँव के लक्षमण डेरा निवासी जगन्नाथ यादव के छोटे पुत्र पप्पू यादव के साथ हुई थी। वही शादी के बाद उनकी एक साल की बच्ची भी है। पीड़िता ने बताया कि शादी के बाद से ही लगातार उनके ससुर जगन्नाथ यादव और भसुर अभिमन्यु यादव के द्वारा दहेज में बुलेट मोटरसाइकिल और जमीन जायदाद की मांग की जा रही थी। वही उनलोगों की मांगे पूरी नही की जा सकी तो सभी ने मारपीट कर उन्हें और उनकी बच्ची को घर से बेघर कर दिया। पीड़िता का कहना है कि इसको लेकर उनके द्वारा एक वर्ष पूर्व महिला थाना में मामला दर्ज कराया गया था लेकिन,पुलिस के द्वारा कोई कार्यवाही नहीं कि गई। 

बहरहाल, इस पूरे मामले में कौन झूठ और कौन सच है यह तो जांच के बाद ही पता चलेगा। अब देखना यह दिलचस्प होगा कि दोनों पक्षों से जब एसपी के पास आवेदन जा चुके हैं तो इस मामले में पुलिस अधीक्षक क्या कुछ कार्यवाही करते हैं।




................. ................. ............... ..............
Send us news at: buxaronlinenews@gmail.com

ख़बरें भेजें और हम पहुंचाएंगे, 
आपकी खबर को सही जगह तक.... 




 

Post a Comment

0 Comments

Close Menu