बक्सर । शहर के कोइरपुरवा निवासी सेवानिवृत्त शिक्षक धीरेन्द्र प्रताप सिंह एवं सेवानिवृत्त शिक्षिका मंजूबाला के पुत्र शाश्वत प्रताप ने संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) द्वारा आयोजित प्रतिष्ठित इंजीनियरिंग सर्विस एग्जामिनेशन (ईएसई) में शानदार सफलता हासिल कर क्षेत्र का नाम रोशन किया है। शाश्वत प्रताप का चयन इलेक्ट्रॉनिक्स एंड टेलिकॉम इंजीनियरिंग विषय में हुआ है, जिसमें उन्होंने ऑल इंडिया 59वीं रैंक प्राप्त की है।
शाश्वत प्रताप ने अपनी सफलता का श्रेय कठिन परिश्रम, अनुशासित अध्ययन और परिवार के निरंतर सहयोग को दिया है। उन्होंने बताया कि यूपीएससी जैसी कठिन परीक्षा की तैयारी के लिए वे प्रतिदिन 8 से 10 घंटे नियमित अध्ययन करते थे। यूपीएससी की मेंस परीक्षा अगस्त माह में आयोजित हुई थी, जबकि अक्टूबर में साक्षात्कार हुआ। वर्तमान में शाश्वत प्रताप मुंबई में एयर इंडिया में कार्यरत हैं और नौकरी के साथ-साथ उन्होंने पूरी लगन एवं समर्पण के साथ इस परीक्षा की तैयारी जारी रखी।
उन्होंने कहा कि इस उपलब्धि के पीछे उनके माता-पिता का मार्गदर्शन और प्रेरणा सबसे महत्वपूर्ण रही। साथ ही बड़ी बहन डॉ. रश्मि रानी एवं स्निग्धा से भी उन्हें निरंतर मार्गदर्शन और प्रोत्साहन मिलता रहा, जिसके कारण यह सफलता संभव हो सकी।
शाश्वत प्रताप की इस ऐतिहासिक सफलता से पूरे परिवार में खुशी की लहर दौड़ गई है। उनकी सफलता पर बड़ी मां लीला सिंह, शांति देवी, विन्ध्याचली देवी, बड़े पापा योगेंद्र प्रताप सिंह, चाचा सतीश कुमार एवं चंद्रशेखर, बड़े भाई प्रभात कुमार, अलोक कुमार (पत्रकार), पुष्पेंद्र कुमार, प्रदीप कुमार, डॉ. प्रवीन, डॉ. नवीन, रोहित कुमार, नितीश कुमार सहित अन्य परिजनों, रिश्तेदारों एवं शुभचिंतकों ने हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दी हैं।
स्थानीय लोगों ने शाश्वत प्रताप की इस उपलब्धि को युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत बताते हुए कहा कि यह सफलता साबित करती है कि कठिन परिश्रम, सही मार्गदर्शन और आत्मविश्वास के बल पर किसी भी लक्ष्य को हासिल किया जा सकता है। शाश्वत प्रताप की इस उपलब्धि ने न केवल उनके परिवार, बल्कि पूरे बक्सर शहर को गौरवान्वित किया है।
................. ................. ............... ..............
Send us news at: buxaronlinenews@gmail.com
ख़बरें भेजें और हम पहुंचाएंगे,
आपकी खबर को सही जगह तक...
















0 Comments