बक्सर । शनिवार को जिला समाहरणालय के सभागार में डीएम अंशुल अग्रवाल की अध्यक्षता में स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा बैठक हुई। इस दौरान मातृ स्वास्थ्य कार्यक्रम के संबंध में समीक्षा की गई। जिसमें जिलें के संस्थागत प्रसव का प्रतिशत 26.97 है। इस पर जिला पदाधिकारी द्वारा अप्रसन्नता व्यक्त करते हुए निजी एवं गैर सरकारी अस्पतालों में जन्म लेने वाले बच्चों के आँकडों की प्रविष्टि पोर्टल पर करने का निर्देश दिया गया। साथ ही जिलें में गैर कानूनी तरीके से प्रसव कार्य में संलिप्त व्यक्तियों/संस्थानों की अद्यतन सूची उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया। ताकि उनके विरुद्ध प्रशासनिक कार्रवाई की जा सकें।
इस अलावे टेली परामर्श की समीक्षा की गई। बक्सर जिलें का प्रतिशत 97.34 है। टेली परामर्श में उतम कार्य करने वाले 02 चिकित्सकों को प्रशस्ति पत्र देने का निर्णय लिया गया। साथ ही शून्य टेली परामर्श वाले 02 चिकित्सकों पर कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया। सदर अस्पताल बक्सर एवं अनुमंडलीय अस्पताल डुमराँव के प्रबंधन की समीक्षा करते हुए उसे और अधिक बेहतर करने का निर्देश दिया गया।
साथ ही महिला बंध्याकरण की समीक्षा की गई। जो वर्ष 2023-24 में 56.86 प्रतिशत था। सिविल सर्जन बक्सर को निर्देश दिया गया कि आशा कार्यकर्ताओं, बीएचएम एवं बीसीएम के साथ समीक्षा कर महिला बंध्याकरण हेतु साप्ताहिक लक्ष्य निर्धारित करते हुए प्रगति प्राप्त करने को कहा गया।
सदर अस्पताल बक्सर एवं अनुमंडलीय अस्पताल डुमराँव में जीविका के माध्यम से साफ-सफाई एवं कपड़ा घुलाई के कार्यों की समीक्षा करते हुए निर्देश दिया गया कि उक्त कार्य को शीघ्र प्रारंभ कराना सुनिश्चित करेंगे।
जिला पदाधिकारी द्वारा निर्देश दिया गया कि स्वास्थ्य संस्थान के सभी कर्मियों को आमजनों के साथ सम्मानपूर्वक व्यवहार करने के लिए प्रशिक्षित/उन्मुखीकरण करना सुनिश्चित करेंगे। इसके अलावा सदर अस्पताल बक्सर एवं अनुमंडलीय अस्पताल डुमराँव के तर्ज पर सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र एवं अतिरिक्त प्राथकिम स्वास्थ्य केन्द्र में भी बायोमैट्रिक उपस्थिति लागू करवाना सुनिश्चित करेंगे।
जिला पदाधिकारी द्वारा भव्या पोर्टल पर जिन डॉक्टरों की ओपीडी 10 से कम है, उनसे स्पष्टीकरण करने का निर्देश दिया गया। डीएम ने सिविल सर्जन बक्सर को सप्ताह में दो दिन स्वास्थ्य संस्थानों का औचक निरीक्षण कर समीक्षा करने का निर्देश दिया गया। साथ ही सदर अस्पताल बक्सर के मेन गेट पर सिविल सर्जन एवं डीपीएम का मोबाइल नम्बर एवं दलालों से सावधान का 10X12 साईज का बैनर/पोस्टर लगाने का निर्देश दिया गया।
जिला पदाधिकारी द्वारा पिछले कुछ दिनों में अनुपस्थिति या देर से आने पर कुल 06 डॉक्टरों का वेतन रोका गया है। साथ ही सिविल सर्जन बक्सर से कारण पृच्छा करते हुए प्रतिवेदन समर्पित करने का निर्देश दिया गया। सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में लक्ष्य, एनक्यूएएस, कायाकल्प प्रमाणन के लिए बीएचएम को नोडल बनाया गया है। साथ ही इस कार्य के लिए डीपीएम बक्सर को नोडल नियुक्त किया गया है।
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