रिपोर्ट- गुलशन सिंह
बक्सर । केंद्र व राज्य सरकारें मोटे अनाजों यानी मिलेट्स के उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए कई प्रोत्साहन योजनाएं चला रही है. ऐसे में बक्सर जिला में भी बिहार राज्य जैविक मिशन द्वारा संचालित डुमरांव फार्मर प्रोड्यूसर कम्पनी लिमिटेड के बैनर तले मिलेट्स हेल्दी हब का स्थायी विक्री केंद्र शहर के चरित्रवन में डीएम आवास के सामने खुला है. इस केंद्र का उद्धघाटन बतौर मुख्य अतिथि जिला कृषि पदाधिकारी के द्वारा फीता काटकर किया गया.
इस मौके पर जैविक नोडल अधिकारी सह सहायक निदेशक प्रक्षेत्र एवं उप परियोजना निदेशक आत्मा भी विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे. इस दौरान जिला कृषि पदाधिकारी ने मोटे अनाज के महत्व को बताते हुए कहा कि सरकार चाहती है कि सेहत के गुणों से भरपूर मोटे अनाजों का उपयोग बढ़े, जिससे किसानों को मोटे अनाजों के उत्पादन के लिए प्रोत्साहन मिल सके. वैसे मोटे अनाजों का उत्पादन कई मायनों में किसानों के लिए बहुत ही लाभकारी है. इसके लिए ज्यादा पानी और देखरेख की जरूरत नहीं होती है.
इस कारण इन फसलों पर लागत भी काफी कम आती है. उन्होंने कहा कि भारत मोटे अनाजों का दुनिया में सबसे बड़ा उत्पादक देश है. वही जिला कृषि पदाधिकारी ने डुमरांव फॉर्मर प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड के निदेशक पुतुल पान्डेय को बधाई दी. वही कंपनी के निदेशक पुतुल पान्डेय ने बताया कि उनके यहां जैविक किसानों द्वारा उत्पादित मोटे अनाजों का आटा उपलब्ध रहेगा. साथ ही सोनाचुर चावल बक्सर वाला एवं जाता सत्तू तथा बेसन भी उपलब्ध कराया जाएगा.
उन्होंने बताया कि मोटे अनाज ग्लूटेन मुक्त‚ न्यूनतम वसा व न्यूनतम कार्बोहाइड्रेट युक्त होते हैं, जिसके कारण यह सेहत के लिए बहुत ही लाभदायक होते हैं. माना जाता है कि इनके सेवन से शुगर और बीपी जैसी बीमारियां दूर रहती हैं. पुतुल पान्डेय ने बताया कि मोटे अनाजों में ज्वार, बाजरा, रागी, कंगनी, काकुन, चीना, कोदो, सांवा, झगोरा, कुटकी, कुट्टू, चौलाई, चना, मक्का आदि को प्रमुख माना जाता है.
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