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ग्राम रक्षा समिति ने रघुनाथपुर स्टेशन पर दिया एकदिवसीय धरना- sunday-railway



(बक्सर ऑनलाइन न्यूज):- रविवार को ग्राम रक्षा समिति के सदस्यों ने रघुनाथपुर रेलवे स्टेशन पर एक दिवसीय धरना दिया। यह धरना पूर्व के पांच सूत्री मांगों के रेल प्रशासन द्वारा आश्वासन के बाद भी पूरा नहीं करने पर किया गया था। धरने के अंत में स्टेशन प्रबंधक के माध्यम से समिति ने अपने पुराने पांच सूत्री मांगों का एक मांग पत्र भी डीआरएम को प्रेषित करवाया।  गौरतलब है कि 17 अगस्त को ग्राम रक्षा समिति ने अपनी पंचसुत्रिय मांगों के समर्थन में धरना दिया था। जिसके आलोक में मंडल रेल प्रबंधक दानापुर ने मांगो को पुरा करने का मौखिक आश्वासन दिया था मगर 20 दिन के नियत समय के अंदर ग्राम रक्षा समिति को कोई संतोष जनक लिखित आश्वासन नहीं मिला।

 जिसके बाद रेल प्रशासन पर वादा खिलाफी का आरोप लगा समिति ने पुनः शांतिपूर्ण एवं संवैधानिक तरीके से धरना दिया और अपनी जायज पंचसुत्रीय मांग पत्र स्टेशन प्रबंधक के माध्यम से रेल मंडल प्रबंधक को सौपा। उनके मांग पत्र में  रघुनाथपुर स्टेशन के नाम बदलने के प्रस्ताव को अविलंब वापस लेने।  पूर्व में की गई ट्रेनों के ठहराव की मांग को पूरा करने एवं कोरोना काल में निरस्त की गई छः जोड़ी ट्रेनों का परिचालन पुनः शुरू करने,  फरक्का एक्सप्रेस का अविलंब ठहराव शुरू करने। प्लेटफार्म न 1 से 4 तक फुट ओवरब्रिज का निर्माण करने।  

रिजर्वेशन काउंटर एवं सामान्य काउंटर को अलग अलग करने तथा स्टेशन पर मूलभूत सुविधाओं की समुचित व्यवस्था करना शामिल है। धरना के दौरान समिति के नेताओं ने कहा कि अगर रेल प्रशासन 20 दिनों के अंदर संतोषजनक निर्णय नहीं लिया  तो इस बार ग्राम रक्षा समिति शांतिपूर्ण धरना की बजाय अनशन या उग्र प्रदर्शन करने पर मजबूर होगी। धरना के दौरान भारी संख्या में पुलिस बल तैनात रहे। अध्यक्ष सर्वेश सिंह ने कहा कि रेल प्रशासन का रुख अव्यायवहारिक था और जनता की आवाज को दबाने वाला था। प्रशासन ये समझ ले की आप हमे डरा नहीं सकते है। शैलेश कुमार ओझा (सचिव) ने कहा कि हम अपनी जायज मांग को लेकर तब तक आंदोलन करते रहेंगे जब तक हमारी मांगे मान नही ली जाती या कोई संतोषजनक लिखित आश्वासन नहीं मिल जाता। हमें राजधानी या दुरंतो एक्सप्रेस नही चाहिए हम तो बस हमारी पुरानी छः जोड़ी ट्रेन जो कोरोना काल में बंद कर दी गई है उनका परिचालन पुनः चालू करने की मांग कर रहे है या फरक्का एक्सप्रेस का पुनः ठहराव के साथ, मगध, श्रमजीवी, गरीब रथ, जनशताब्दी और जनसाधारण एक्सप्रेस का ठहराव होना चाहिए। पहले रघुनाथपुर से वाराणसी, पटना, अमृतसर, दिल्ली, कोलकाता सहित सभी बड़े शहरों के लिए सीधी ट्रेन थी मगर अब अगर सरकारी हॉस्पिटल ने किसी मरीज या गर्भवती महिला को रात्रि के रेफर कर दिया तो उसे पटना से वाराणसी के लिए भी ट्रेन उपलब्ध नहीं होगी। प्रभु मिश्र (संयोजक) ने कहा कि अविलंब हमारी मांग पूरी नहीं की जाती तो हम चक्का जाम करने के लिए बाध्य हो जाएंगे जिसकी जिम्मेदारी रेलवे की होगी। 

इस मौके पर सुधीर सिंह, अश्विनी ओझा , जलील अहमद, सर्वेश कुमार सिंह, शैलेश, कुमार ओझा, प्रभु मिश्र, सकील अहमद, मनीष भारद्वाज, अश्विनी ओझा, आकाश मिश्र, गुड्डू पांडे, राकेश कश्यप, अक्षय रावत, मुकुल, अनिल यादव, मुस्तफा, अशोक पाल, शुबनारायण पाल, प्रमोद राम, शिव प्रसाद पांडेय, सूर्यनाथ यादव, सलीम दुर्रानी सहित कई लोग मौजूद रहे।

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