- एप से इलाजरत मरीज ले सकते हैं टीबी से संबंधित समस्त जानकारी
- कार्यक्रम की सफलता, सिस्टम की क्षमता, आउटपुट और सिस्टम में लोगों का विश्वास बढ़ाने पर फोकस
बक्सर | राष्ट्रीय टीबी उन्मूलन कार्यक्रम (एनटीईपी) को सख्ती से संचालित करने की दिशा में जिला यक्ष्मा केंद्र अग्रसर है। इस क्रम में अब डिजिटल प्लेटफॉर्म का भी सहारा लिया जा रहा है। जिला यक्ष्मा केंद्र कर्मचारियों व मरीजों के लिए टीबी आरोग्य साथी एप को व्यावहारिक रूप से उपयोग करने की तैयारी की जा रही है। ताकि, एक क्लिक के माध्यम से कर्मचारी मरीजों की स्थिति जान सकें और मरीज भी टीबी उपचार व इससे संबंधित जानकारी जुटा सकें। साथ ही, विभाग ने इस एप के माध्यम से समाज व टीबी उपचार में हुए बदलाव के लिए 60 दिनों का लक्ष्य निर्धारित किया है। ताकि, कर्मचारियों और मरीजों को इस संबंध में संपूर्ण जानकारी दी जा सके। उसके बाद यह निर्धारित किया जा सके कि यह एप टीबी उन्मूलन की दिशा में कितना कारगर है। हालांकि, इसको लेकर जिला टीबी केंद्र के अधिकारियों को वर्चुअल प्रशिक्षण दिया जा चुका है। जिससे कार्यक्रम की सफलता, सिस्टम की क्षमता, आउटपुट, उपयोगकर्ता अनुभव और सिस्टम में लोगों का विश्वास बढ़ाया जा सके।
मरीजों को दी जा रही है एप की जानकारी :
अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी सह सीडीओ डॉ. अनिल भट्ट ने बताया, पूर्व की अपेक्षा जिला यक्ष्मा केंद्र ने एनटीईपी में काफी सुधार किया है। लेकि, अभी भी ज्यादातर इलाजरत मरीज या लक्षण वाले मरीज एनटीईपी के तहत उपलब्ध सेवाओं और प्रोत्साहनों की अज्ञानता के कारण समय पर चिकित्सीय देखभाल का लाभ नहीं ले पा रहे हैं। जिसको देखते हुए विभाग ने यह निर्णय लिया है। ताकि, लोगों को टीबी उन्मूलन कार्यक्रम के प्रति जागरूक किया जा सके। इसके लिए जिला यक्ष्मा केंद्र के साथ सभी पीएचसी पर मरीजों को टीबी आरोग्य साथी एप की जानकारी दी जा रही है। मरीजों के फॉलोअप व काउंसिलिंग के दौरान उन्हें एप के इस्तेमाल के संबंध में बताया जा रहा है।
डिजिटल रिकार्ड तक पहुंचने के लिए एक पोर्टल की तरह कार्य करता :
डॉ. अनिल भट्ट ने बताया, एनटीईपी के तहत पंजीकृत मरीजों के लिए डिजिटल रिकार्ड तक पहुंचने के लिए टीबी आरोग्य साथी एप एक पोर्टल की तरह कार्य करता है। इसके अंतर्गत टीबी परीक्षण और उपचार विवरण, विभिन्न प्रोत्साहन योजनाओं के तहत देय राशि का विवरण, स्वास्थ प्रदाता तक पहुंच और उपचार या किसी भी जानकारी के लिए अनुरोध किया जा सकता है। इसके अतिरिक्त टीबी से संबंधित समस्त जानकारी, टीबी जांच एवं उपचार की नजदीकी सुविधा, टीबी के जोखिम का आकलन करने के लिए स्क्रीनिंग टूल, पोषण संबंधी सहायता एवं परामर्श आदि जैसी जानकारी भी ली जा सकती है। मरीज इस एप को गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड कर सकते हैं।
इस तरह से एप का करें प्रयोग
डॉ. अनिल भट्ट ने बताया, एप एंड्रायड और आईओएस दोनों प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध है। मोबाइल फोन के प्ले स्टोर या एप स्टोर में जाकर टीबी आरोग्य साथी इंस्टॉल करने के बाद एप को ओपन करें। इसके बाद रजिस्टर नाउ पर क्लिक करें। एप लोकेशन, ब्लूटूथ समेत कुछ परमिशन के लिए कहेगा, सभी को अलाऊ करना होगा। अपना मोबाइल नंबर दर्ज कीजिए, नंबर पर ओटीपी आएगा जिसे दर्ज कर वेरिफिकेशन कीजिए। अब अपना नाम, उम्र, प्रोफेशन भरना होगा। इसके बाद एप मोबाइल फोन पर एक्टिवेट हो जाएगा।
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