- सदर प्रखंड स्थित पीएचसी में आयोजित हुई साप्ताहिक बैठक में योजनाओं और गतिविधियों की हुई समीक्षा
- विश्व स्तनपान सप्ताह को सफल बनाने के लिए गर्भवती व धातृ महिलाओं को करें जागरूक
(बक्सर):- सदर प्रखंड समेत जिले के कई प्रखंडों में बाढ़ की संभावना को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग अपनी ओर से भी तैयारी करने में जुटा हुआ है। इसी क्रम में मंगलवार को सदर प्रखंड में स्वास्थ्य सेवाओं की समीक्षा के साथ-साथ बाढ़ प्रभावित इलाकों की तैयारियों पर चर्चा भी की गई। इस क्रम में प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. सुधीर कुमार ने बाढ़ प्रभावित इलाकों के साथ-साथ आसपास के इलाकों की आशा कार्यकर्ताओं को गर्भवती महिलाओं की लाइन लिस्टिंग जल्द से जल्द रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया। ताकि, आपात स्थिति में भी उन गर्भवती महिलाओं तक स्वास्थ्य सेवाओं को निर्बाध रूप से पहुंचायी जा सके। उन्होंने बताया कि पिछले वर्ष की भांति इस बार भी बाढ़ प्रभावित इलाकों में नौका एम्बुलेंस चलायी जाएगी । जिसकी तैयारी की जा रही है। नौका एम्बुलेंस पर जरूरत की सारी दवाएं उपलब्ध होंगी। जिनका समयानुसार इस्तेमाल किया जाएगा। बैठक में बीसीएम प्रिंस कुमार सिंह, बीईई मनोज चौधरी, एसई नसीम अख्तर, बीएमसी आलोक कुमार के अलावा सदर प्रखंड की सभी एएनएम और आशा फैसिलिटेटर शामिल हुईं।
स्तनपान के लिए कदम : शिक्षित और समर्थन :
बीसीएम प्रिंस कुमार सिंह ने बैठक में बताया, एक से सात अगस्त तक विश्व स्तनपान सप्ताह का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें गर्भवती महिलाओं के साथ-साथ धातृ महिलाओं को जागरूक किया जाएगा। हर साल, इस सप्ताह को एक अनूठे थीम के साथ मनाया जाता है। इस साल का थीम है 'स्तनपान के लिए कदम : शिक्षित और समर्थन'। स्तनपान से बच्चे शारीरिक और मानसिक दोनों रूप से मजबूत होते हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार इस बार विश्व स्तनपान सप्ताह में शिक्षा के महत्व और स्तनपान के लिए समर्थन के बारे में जागरूकता फैलाना महत्वपूर्ण है। यह एक सामाजिक कलंक नहीं है बल्कि एक आवश्यकता है, जो बच्चे के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को आकार देती है। इसलिए सभी आशा कार्यकर्ता अपने संबंधित क्षेत्र में माताओं को 6 माह तक नवजातों को संपूर्ण स्तनपान की शपथ दिलाएंगी। साथ ही, माताओं को संपूर्ण स्तनपान कराने का तरीका व मां के दूध के फायदे के बारे में बताया जाएगा ।
प्रीकॉशन डोज लेने के लिए लोगों को करें प्रेरित :
समीक्षात्मक बैठक में बाढ़ की तैयारियों व विश्व स्तनपान सप्ताह के अलावा नियमित टीकाकरण की समीक्षा, परिवार नियोजन पखवाड़ा की समीक्षा, एनसीडी स्क्रीनिंग, आईडीसीएफ पखवाड़ा, ई औषधि, कोविड टीकाकरण आदि की भी समीक्षा की गई। इस दौरान प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी ने कोविड टीकाकरण के तहत लोगों में प्रीकॉशनरी डोज लेने के लिए अभियान चलाने पर जाेर दिया। कहा कि 18 से 59 सात तक के कई लाभुक अभी भी प्रीकॉशनरी डोज लेने से वंचित हैं। अब सरकार ने प्रीकॉशनरी डोज लेने की अवधि नौ माह से घटाकर छह महीने कर दी है। इस बात की जानकारी गांव गांव तक पहुंचाई जाए। जिससे लोगों को इस संबंध में जानकारी प्राप्त हो और वे अपना निर्धारित टीके की डोज लेने के लिए सत्र स्थल पर पहुंचें।
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