Ad Code


मातृ दिवस पर विशेष: ऐसा पुत्र जिसने अपनी माँ का बनाया मंदिर- temple-mother




– मेरे लिए हर दिन मदर डे है : तारकेश्वर सिंह
– 2002 में माता की मूर्ति मंदिर बनवा स्थापना कर करता हूं पूजा

(बक्सर ऑनलाइन न्यूज़):- दुनिया में सबसे खूबसूरत और प्यारा रिश्ता मां और बच्चें का रिश्ता अटूट होता है। बिना किसी स्वार्थ के मां बच्चें अपने कोख में नौ महीनों तक रखती है। इसके बाद जब हम दुनिया में आते है तो अपना सारा प्यार दुलार देती है। व पालन पोषण करके काबिल बनाती है जिससे वह इस दुनिया में जी सकें। आखिर वक्त में भी मां अपने बच्चें का ख्याल परवाह रखती है। मां का त्याग बलिदान को भुलाया नहीं जा सकता है। 


मातृ भक्ति का अदभुत मिसाल पेश किए है ब्रह्मपुर प्रखंड क्षेत्र के बगेन निवासी ज्ञान गंगा पब्लिक स्कूल टेन प्लस टू के निदेशक तारकेश्वर सिंह,जिन्होंने मातृ भक्ति व प्रेम में अपनी माता भगरसना देवी की याद में सपही स्थित गोकुल जलाशय के समीप मंदिर ही बनवा दिया। तारकेश्वर सिंह किसी भी शुभ कार्य करने से पहले वो माता के मंदिर पहुंच पूजा अर्चना चुनरी अर्पित कर की शुरुआत करते है। 

इस संबंध में तारकेश्वर सिंह ने बताया कि  मां जो कि अपने आप में सिर्फ एक शब्द है, लेकिन बच्चें के लिए उसका सारा संसार है। हम मां के प्यार और त्याग के अहसानों को कभी नहीं चुका सकतें है क्योंकि मां का प्रेम अनमोल तोहफा है। उसके त्याग का कोई मोल नहीं है। हम अपना पूरा जीवन मां की सेवा में लगा दे तब भी उसके द्वारा किए गए हमारे लिए समर्पण सौ वां हिस्सा के बराबर भी नहीं होगा। मेरे विचार के अनुसार हर एक दिन मां के नाम होना चाहिए। मैंने अपनी देवता रूपी मां भगरसना देवी की मूर्ति 2002 में बलुआ के सपही स्थित गोकुल जलाशय के किनारे मंदिर बनवाकर स्थापित किया है। उनके आशीर्वाद से आज भी हमारा पूरा परिवार निरोगी काया के साथ खुशहाल हैं। मेरा पूरा परिवार कोई भी नव कार्य माता के आशीर्वाद लिए बिना नहीं करता हैं।


................. ................. ............... ..............
Send us news at: buxaronlinenews@gmail.com

ख़बरें भेजें और हम पहुंचाएंगे, 
आपकी खबर को सही जगह तक.... 







 



Post a Comment

0 Comments

Close Menu