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एक जनवरी से अब तक जिले में 952 टीबी के नए मरीजों की हुए पुष्टि- new-patient




- टीबी के नए मरीजों की खोज के लिए चलाया जा रहा है लगातार अभियान
- जिले के सभी इलाजरत मरीजों से भराया रहा है स्वैक्षिक सहमति पत्र

(बक्सर):- जिले में नए टीबी रोगियों की खोज के लिए सघन गतिविधियां आयोजित की जा रही है। घर-घर जाकर टीबी रोग के लक्षणों का पता लगाया जा रहा है, ताकि रोगियों को समुचित उपचार प्रदान किया जा सकें। हालांकि यह अभियान सिर्फ टीबी के पहले के मरीजों के घरों में ही चलाया जा रहा है। जिससे यह पता लग सकेगा कि कहीं टीबी मरीज के माध्यम से उनके परिवार में तो टीबी का प्रसार नहीं हो रहा है। इसके लिए जिले के सभी सीनियर ट्रीटमेंट सुपरवाइजर (एसटीएस) को टीबी मरीजों व उनके परिजनों की निगरानी करने की जिम्मेदारी दी गई है। साथ ही, परिवार के सभी सदस्यों में टीबी के लक्षणों की जांच करनी है। ताकि, टीबी के नए मरीजों की पुष्टि की जा सके।


जिले में लगातार हो रही है टीबी के नए मरीजों की पुष्टि :
जिला मुख्यालय स्थित टीबी कार्यालय के सीनियर लेबोरेटरी सुपरवाइजर कुमार गौरव ने बताया, जिले में लगातार जांच अभियान चलाए जा रहे हैं। जिसके कारण टीबी के नए मरीजों की पुष्टि हो रही है। तीन दिनों पूर्व ही जिले के सिमरी प्रखंड स्थित बड़का राजपुर व तिलक राय के हाता इलाके से टीबी के तीन नए मरीजों की पुष्टि हुई है। जिनका ससमय इलाज शुरू कर दिया गया है। उन्होंने बताया, एक जनवरी से लेकर 17 मई तक जिले के सभी प्रखंडों को मिलाकर 952 नए मरीजों की पुष्टि हो चुकी है। इनमें सरकार स्वास्थ्य संस्थानों के द्वारा 332 और निजी स्वास्थ्य संस्थानों के द्वारा 620 मरीजों का नोटिफिकेशन किया गया है।
मरीजों से भराया जा रहा है सहमति पत्र :
जिले के सभी इलाजरत टीबी मरीजों से सहमति पत्र भराया रहा है। राष्ट्रीय यक्ष्मा उन्मूलन कार्यक्रम के तहत सूचना साझा करने के लिए यह सहमति पत्र भराया जा रहा है। जिसमें मरीज द्वारा www.Nikshay.in पर एकत्र किए गए उससे संबंधित सूचना को विभिन्न हितधारकों के साथ साझा करने के लिए स्वैच्छिक सहमति ली जा रही है। जिसमें राष्ट्रीय यक्ष्मा उन्मूलन कार्यक्रम से संबंधित लाभों के साथ-साथ सामाजिक समर्थन, अनुसंधान कार्यक्रम क्रियान्वयन समर्थन एवं अन्य गतिविधियों का प्रावधान शामिल है। इसके माध्यम से मरीज किसी भी समय अपनी की सहमति को रद्द करने का अधिकार सुरक्षित रखा सकता है। यदि यह सहमति देने के समय व्यक्ति / रोगी की आयु 18 वर्ष से कम है, तो उसके माता-पिता या अभिभावन की सहमति आवश्यक है।





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