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आंगनबाड़ी केंद्रों पर आरोग्य दिवस पर बच्चों व गर्भवती महिलाओं को दिए गए आवश्यक टीके- district-buxar




• सेविका व आशा के द्वारा महिलाओं के स्वास्थ्य के विषय में भी दी गईं कई महत्वपूर्ण जानकारियां 
• 5 साल तक के बच्चों को नियमित टीकाकरण सारणी के अनुसार टीका लगाया जाता है

(बक्सर ऑनलाइन न्यूज़/आरा):-  जिले में नियमित टीकाकरण को बढ़ावा देने के उद्देश्य से कई कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। इन्हीं कार्यक्रमों में से एक है आंगनबाड़ी केंद्रों पर आरोग्य दिवस का आयोजन। जो हर सप्ताह के बुधवार व शुक्रवार को संचालित किया जाता है। इसी क्रम में शुक्रवार को भी जिले के विभिन्न आंगनबाड़ी केंद्रों पर आरोग्य दिवस का आयोजन किया गया। जिसमें नवजात बच्चों के साथ साथ गर्भवती महिलाओं को भी आवश्यक टीके लगाए गए। ताकि, शिशुओं को बीमारियों की चपेट में आने से बचाया जा सके। इस दौरान बच्चों के स्वास्थ्य संबंधित आवश्यक जानकारियों के साथ सेविका व आशा के द्वारा महिलाओं के स्वास्थ्य के विषय में भी कई महत्वपूर्ण जानकारियां दी गईं। उल्लेखनीय है कि आरोग्य दिवस के दिन सभी आंगनबाड़ी केंद्रों पर बच्चों के टीकाकरण के साथ ही ई- संजीवनी ओपीडी सेवाएं भी सफलतापूवर्क प्रदान की जा रही हैं।
शिशु मृत्यु दर से बचाव के लिए जरूरी हैं टीके :
जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. संजय कुमार सिन्हा ने बताया, शिशुओं के सम्पूर्ण टीकाकरण के जरिए बच्चों को संक्रामक रोगों के विरुद्ध सुरक्षित किया जाता है। जो बच्चों को 12 जानलेवा बीमारियों से बचाने के साथ उनके शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता का भी विकास करता है। वहीं, समय से बच्चों को प्रतिरक्षित करने से बच्चों में होने वाली सामान्य रोगों में भी कमी आती है। उन्होंने बताया, शिशु मृत्यु दर के प्रमुख कारणों में से अनेक ऐसी बीमारियां हैं, जिनको नियमित टीकाकरण के माध्यम से रोका जा सकता है। बच्चों में होने वाले पोलियो, टीबी, खसरा एवं रूबेला, निमोनिया, डायरिया, हेपेटाइटिस-बी, गलाघोंटू, काली खांसी, दिमागी बुखार एवं टीटनेस जैसे कई गंभीर रोगों से टीकाकरण बचाव करता एवं शिशु मृत्यु दर में काफ़ी कमी लाता है।
सप्ताह में दो दिन केंद्रों पर दिया जाता है टीका :
सभी आंगनबाड़ी केन्द्रों पर सप्ताह में दो दिन बुधवार एवं शुक्रवार को आरोग्य दिवस यानी ग्रामीण स्वास्थ्य, स्वच्छता एवं पोषण दिवस मनाया जाता है। इस दौरान 5 साल तक के बच्चों को नियमित टीकाकरण सारणी के अनुसार टीका लगाया जाता है। आशा, आंगनबाड़ी एवं एएनएम के सहयोग से आरोग्य दिवस का सफ़ल संचालन किया जाता है। जिले के सभी आशा एवं एएनएम को टीकाकरण की महता पर नियमित उन्मुखीकरण भी किया जाता है। गृह आधारित नवजात देखभाल कार्यक्रम के तहत आशाएं नियमित गृह भ्रमण करती हैं। वह नवजातों की देखभाल के साथ उनके परिजनों को टीकाकरण के विषय में भी जागरूक करती हैं।
आंगनबाड़ी केंद्रों पर टीकाकरण शुरू करना सराहनीय :
जगदीशपुर प्रखंड स्थित कौंरा पंचायत के तुलसी गांव में आरोग्य दिवस पर बड़े लाल दुबे की पत्नी मधुरी देवी अपनी तीन माह की नतनी वैदेही को टीका दिलाया। उन्होंने आरोग्य दिवस के आयोजन की काफी सराहना की। माधुरी देवी ने बताया कि आरोग्य दिवस के पूर्व आशा कार्यकर्ता पूनम देवी गांव में घूम घूम कर इसकी जानकारी देती हैं। ताकि, जिनको टीका लगवाना हो या जांच करानी हो, वो अगले दिन के लिए अपना रूटीन सेट कर सकें। उन्होंने बताया कि पहले गांव के बच्चों को नियमित टीकाकरण के लिए प्रखंड मुख्यालय या जिला मुख्यालय ले जाना पड़ता था। जिसमें काफी परेशानी होती थी। लेकिन, आंगनबाड़ी केंद्रों पर टीकाकरण शुरू होने से समय की बचत तो होती ही है साथ ही शिशुओं को दूर नहीं ले जाना पड़ता है। यहां पर गर्भवती महिलाओं के लिए टीकाकरण शुरू होना भी स्वास्थ्य विभाग की एक अच्छी पहल है।





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