Ad Code


कोविड संक्रमण के मद्देनजर जिले में सात मार्च से शुरू मिशन इंद्रधनुष अभियान : एमओआईसी- district-buxar





- मिशन इंद्रधनुष की सफलता को लेकर सर्वे के लिये सदर पीएचसी में बैठक आयोजित
- बच्चों व गर्भवती महिलाओं को बीमारियों से बचाव के लिये किया जायेगा टीकाकरण

(बक्सर ऑनलाइन न्यूज़):- जिले में आगामी सात मार्च से शुरू होने वाले मिशन इंद्रधनुष को एक माह आगे कर दिया गया है। अब यह अभियान जिले में सात मार्च से शुरू होगा। कोरोना संक्रमण के प्रसार को देखते हुये राज्य स्वास्थ्य समिति ने यह निर्णय लिया है। जिसको लेकर जिले के सभी प्रखंडों में सर्वे का काम शुरू होगा। जिसके बाद ही मिशन इंद्रधनुष कार्यक्रम के तहत नियमित टीकाकरण अभियान की शुरुआत की जायेगी। इसके तहत दो वर्ष के बच्चों व गर्भवती महिलाओ को कई गंभीर बीमारियों से बचाव के लिये टीकाकृत किया जायेगा। इसे लेकर स्वास्थ्य विभाग की ओर से अभी से तैयारी की जा रही है। इसके माध्यम से कोरोना संक्रमण के बीच नियमित टीकाकरण को गति प्रदान करने को लेकर विभाग की ओर से पहल की गयी है।
तीन चक्र में पूरा होगा मिशन इंद्रधनुष :
इस क्रम में सदर प्रखंड स्थित पीएचसी सभागार में बैठक का आयोजन किया गया। जिसकी अध्यक्षता प्रभारी चिकित्सक डॉ. सुधीर कुमार ने की। उन्होंने बैठक में शामिल आशा कार्यकर्ताओं को बताया कि मिशन इंद्रधनुष को तीन चक्र में पूरा करना है। आगामी सात मार्च (प्रथम चक्र) से सघन मिशन इंद्रधनुष अभियान शुरू किया जाएगा। वहीं, दूसरा चक्र सात अप्रैल और तीसरा चक्र दो मई को शुरू किया जायेगा। पहले चक्र के अभियान के तहत जिला के सभी प्रखंडों में चयनित सत्र स्थलों पर गर्भवती महिलाओं एवं दो वर्ष तक के बच्चों का विभिन्न जानलेवा बीमारियों से बचाव को ले टीकाकरण किया जायेगा। 90 प्रतिशत आच्छादन की प्राप्ति को लेकर इस अभियान में शून्य से दो वर्ष तक के बच्चों को बीसीजी, ओपीवी, पेंटावेलेंट, रोटा वैक्सीन, आईपीवी, मिजल्स, विटामिन ए, डीपीटी बूस्टर डोज, मिजल्स बूस्टर डोज और बूस्टर ओपीवी के टीके लगाए जाएंगे। इसके अलावा अभियान में गर्भवती को टेटनेस-डिप्थीरिया (टीडी) का टीका भी लगाया जाएगा। 
पंचायत स्तर पर बनाई जाएगी टीकाकरण समिति :
सदर प्रखंड के सामुदायिक उत्प्रेरक प्रिंस कुमार सिंह ने बताया, कोई भी शिशु छूटे नहीं इसकी योजना बनाने का निर्देश दिया गया है। पंचायत स्तर पर टीकाकरण समिति बनाने तथा पूर्व की रणनीति पर कार्य किया जाएगा। उन्होंने कहा, उन स्थलों की प्राथमिकता दी जाएगी जिन गांव तथा टोला में नियमित टीकाकरण सत्र आयोजित नहीं हुआ हो। कम आच्छादन वाले नियमित टीकाकरण सत्र तथा ऐसा टीकाकरण सत्र जहां विगत 6 माह में 2 या 2 बार से अधिक टीकाकरण सत्र आयोजित नहीं किया गया हो। ऐसा टीकाकरण सत्र जहां विगत एक वर्ष के अंदर काली खांसी, गलघोटू, खसरे का केस या आउटब्रेक पाया गया हो। इसके अतिरिक्त ईंट-भट्ठा, दियारा क्षेत्र, मलिन बस्ती इत्यादि जहां पर स्वतंत्र रूप से टीकाकरण सत्र आयोजित नहीं होता हो उन्हें प्राथमिकता सूची में अवश्य कवर करना सुनिश्चित किया जायेगा। 
सहयोगी संस्थाओं से लिया जायेगा सहयोग :
अभियान की सफलता के लिए सहयोगी संस्था, आईसीडीएस, जीविका, टोला सेवक, पंचायतीराज के सदस्य का सहयोग लिया जाएगा। बैठक में डॉ. सुधीर कुमार ने बताया कि अभियान के प्रारंभ होने के पूर्व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र/ शहरी प्लानिंग यूनिट पर प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी की अध्यक्षता में सीडीपीओ, स्वास्थ्य प्रशिक्षक, महिला पर्यवेक्षिका, एएनएम जनप्रतिनिधि, विकास मित्र एवं सहयोगी संस्थाओं के प्रतिनिधियों के साथ सप्ताहिक बैठक में कार्यक्रम की तैयारियों की समीक्षा अवश्य करना सुनिश्चित की जायेगी। समीक्षा के उपरांत आंगनबाड़ी, आशा अन्य स्वैच्छिक कार्यकर्ताओं को चिह्नित गांव के प्रत्येक घरों में सर्वे एवं डीयू लिस्ट बनाने के लिये तिथि का निर्धारण करने का निर्देश दिया जाएगा। इस दौरान सभी संबंधित कर्मियों एवं पदाधिकारियों को सूक्ष्म कार्य योजना प्लान एवं रिपोर्टिंग के संबंध में प्रशिक्षण दिया गया।


................. ................. ............... ..............
Send us news at: buxaronlinenews@gmail.com

ख़बरें भेजें और हम पहुंचाएंगे, 
आपकी खबर को सही जगह तक.... 




 

Post a Comment

0 Comments

Close Menu