Ad Code


कुपोषण छोड़ पोषण की ओर, थामें स्थानीय भोजन की डोर- every year

 



(बक्सर ऑनलाइन न्यूज़):- जिले में हर साल सितंबर माह में राष्ट्रीय पोषण माह के तहत विभिन्न गतिविधियों का आयोजन होता है। ताकि, जिले में कुपोषण के खिलाफ लोगों को जागरूक किया जा सके। इस क्रम में चरणवार गतिविधियों का आयोजन किया जाना है। जिसके पहले चरण एक से 15 सितंबर तक निगरानी अभियान चलाया जा रहा है। जिसमें सभी अमगंबड़ी केंद्रों के अंतर्गत सेविका, आशा व एएनएम के साथ समन्वय स्थापित कर अपने आंगनबाड़ी केंद्र के पोषक क्षेत्र के 0 से 06 वर्ष तक के सभी बच्चों का वजन, लंबाई और ऊंचाई की माप करेंगी। जिससे बच्चों के पोषण स्तर के अनुसार सामान्य, कुपोषित व अतिकुपोषित बच्चों की पहचान की जा सके। इस क्रम में मंगलवार को भी जिले सभी आंगनबाड़ी केंद्रों पर गतिविधियों का आयोजन हुआ। जिसमें बच्चों की लंबाई व वजन मापने के साथ साथ दीप रंगोली का आयोजन किया गया।

पूर्व की अपेक्षा अधिक लोग हुए हैं जागरूक :
सिमरी सीडीपीओ संगीता कुमारी ने बताया, पोषण को लेकर पूर्व की अपेक्षा लोगों में जागरूकता बढ़ी है। लेकिन अभी भी लोग पूरी तरह जागरूक नहीं है। इसके लिए परियोजना क्षेत्र में कोरोना काल में भी गृह भ्रमण के दौरान लाभुकों को पोषण जानकारी दी जाती रही है। ताकि, लोग पोषण को लेकर जागरूक हो सकें। उन्होंने बताया, इस बार समाज कल्याण विभाग के (आईसीडीएस) के निर्देश पर “कुपोषण छोड़ पोषण की ओर, थामें स्थानीय भोजन की डोर” की थीम पर आयोजित किया गया है। जिसके तहत परियोजना कार्यालय व प्रखण्ड कार्यालय परिसर में पोषण परामर्श केंद्र का संचालन किया जाएगा। इस दौरान आंगनबाड़ी सेविका-सहायिका,आशा, एएनएम, ग्राम स्वास्थ्य स्वच्छता एवम पोषण समिति (वीएचएस एनसी) के सदस्यों, शिक्षकों, विकास मित्र, जीविका समूह के सदस्यों के द्वारा स्थानीय वयस्क लोगों के सहयोग से पोषण रैली का भी आयोजन किया जाएगा।

पोषण संबंधी संदेशों का होगा प्रचार- प्रसार :
सिमरी सीडीपीओ संगीता कुमारी ने बताया, एक से सात सितंबर के दौरान शहरी क्षेत्रों में स्वच्छता के लिए जागरूकता अभियान एवं समितियों की बैठक में पोषण पर चर्चा के साथ ही जिला एवं प्रखण्ड स्तर पर पोषण संबंधी संदेशों का प्रचार- प्रसार किया जाएगा। साथ ही, आंगनबाड़ी केंद्र, विद्यालय एवम ग्राम पंचायत स्तर पर पौधरोपण कि पोषण वाटिका का निर्माण कराया जाएगा। वहीं, परियोजना स्तर पर गर्भवती महिलाओं को पोषण युक्त आहार लेने के लिए प्रेरित करने के लिए स्लोगन लेखन प्रतियोगिता, आंगनबाड़ी केंद्र पर एनीमिया पर जागरूकता के लिए सेल्फी प्रतियोगिता, परियोजना स्तर पर उत्कृष्ट पोषण वाटिका प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा।

बच्चों के साथ विद्यालयों में पोषण कक्षा का होगा संचालन :
आठ से 15 सितंबर के दौरान प्रसव पूर्व देखभाल तथा गर्भवती, धातृ महिलाओं के बेहतर पोषण के लिए योगाभ्यास व आयुष अभ्यास के जन जागरूकता अभियान के साथ-साथ 8 से 10 बच्चों के साथ विद्यालयों में पोषण कक्षा का संचालन एवं चेतना सत्र के दौरान पोषण संबंधी प्रश्नोतरी का आयोजन किया जाएगा। साथ ही, 16 से 23 सितंबर के दौरान जिला स्तर पर पोषण संबंधी समन्वय समिति की बैठक एवं पोषण पंचायत का आयोजन किया जाएगा। वहीं, 24 से 30 सितंबर तक स्थानीय बाजार में खाद्य सुरक्षा अधिकारियों के द्वारा स्थानीय भोजनालयों, खाद्य सामग्रियों की दुकानों में पोषण सुरक्षा मानकों की जांच और सभी आंगनबाड़ी केंद्रों अति कुपोषित बच्चों की पहचान कर रेफ़रल अस्पताल भेजने का अभियान चलाया जाएगा।



................. ................. ............... ..............
Send us news at: buxaronlinenews@gmail.com

ख़बरें भेजें और हम पहुंचाएंगे, 
आपकी खबर को सही जगह तक.... 





 

Post a Comment

0 Comments

Close Menu