- नियमों का पालन करने के लिए सभी पीएचसी के एमओआईसी को दिया गया है निर्देश
- विश्व तंबाकू दिवस के अवसर पर सभी स्वास्थ्य कर्मियों को दिलाई जाएगी शपथ
- परिसर में लगे सीसीटीवी कैमरों से होगी निगरानी
- स्वास्थ्य कर्मी हो या मरीजों के परिजन सभी का काटा जाएगा चालान
(बक्सर):- जिले के सभी सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों को तंबाकू मुक्त परिसर घोषित किया जा चुका है। उसके बावजूद कई स्वास्थ्य संस्थानों के परिसर में यत्र तत्र पान, गुटखा, तंबाकू आदि की पीक देखने को मिल जाता है। जिसे अब सिविल सर्जन डॉ. जितेंद्र नाथ ने गंभीरता से लिया है। जिला स्वास्थ्य समिति अब इस दिशा में सख्ती बढ़ाने की तैयारी कर ली है। विश्व तंबाकू निषेध दिवस के अवसर से स्वास्थ्य संस्थानों के परिसर में पान, मसाला, गुटखा, तंबाकू का सेवन करने वालों से जुर्माना वसूला जाएगा। इसके लिए सिविल सर्जन ने गैर संचारी रोग पदाधिकारी व सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को जिम्मेदारी दी है। ताकि, स्वास्थ्य कर्मियों, मरीजों के परिजनों और परिसर में आने वाले सभी लोगों पर सख्ती बरती जा सके। अब यदि कोई भी चाहे वो स्वास्थ्य कर्मी हो या फिर मरीजों के परिजन, किसी को बख्शा नहीं जाएगा। स्वास्थ्य संस्थान के परिसर में तंबाकू का प्रयोग करते हुए पकड़े जाने पर उनका चालान काट कर जुर्माना वसूला जाएगा।
तम्बाकू के सेवन से बचे लोग :
जिला गैर संचारी पदाधिकारी डॉ. संजय कुमार ने बताया, तम्बाकू सेवन बहुत सी नुकसानदायक बीमारियों की जड़ है। ओरल कैंसर जैसी बीमारी भी तम्बाकू के सेवन से ही होती है। वहीं, फेफड़ों की बीमारियां जैसे क्रोनिक ब्रोंकाइटिस व एम्फिसेमा होने की मुख्य वजह तंबाकू निर्मित बीड़ी या सिगरेट का धूम्रपान ही है। क्रोनिक यानी लम्बे समय तक धूम्रपान करने से फेफड़े एवं सांस की नली के कैंसर होने की सम्भावना ज्यादा होती है। दुनिया में कैंसर से होने वाली मौतों में फेफड़े के कैंसर के मरीजों की संख्या ज्यादा है। जिसकी मुख्य वजह अत्यधिक धूम्रपान का करना ही होता है। खैनी, पुड़िया, जर्दा, पीला पत्ती आदि के सेवन से ओरल कैंसर की संभावना बनी रहती है। इन सभी तरह की रोगों को पूरी तरह समाप्त करने के लिए तंबाकू व इससे निर्मित वस्तुओं का सेवन बंद करना होगा और इसके लिए अन्य लोगों को भी प्रेरित करना होगा।
प्रखंडनसे लेकर जिला स्तर के संस्थानों में लगाया गया है सीसीटीवी :
डॉ. संजय कुमार ने बताया, जिले के सभी सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों की दीवार पर तंबाकू निषेध का बोर्ड लगाया गया है। ताकि, लोग पान मसाला आदि की पीक यहां वहां न थूके। इसके बावजूद भी लोग नहीं समझ रहे हैं। इसलिए अब प्रखंड स्तर से लेकर जिला स्तर के अस्पतालों में लगे सीसीटीवी कैमरों का सहारा लिया जाएगा। जिसके माध्यम से यहां वहां तंबाकुबका सेवन करने वाले और पीक थूकने वालों को पकड़ा जाएगा। उन्होंने कहा, अस्पताल में कई मरीज अपना इलाज कराने आते हैं, ऐसे लोगों की अपनी जिम्मेदारी है की वो अस्पताल को साफ सुथरा रखने में हमारी मदद करें। लोगों को समझना होगा कि घर की तरह अस्पताल को भी साफ रखें। वहीं, 31 मई को जिले के सभी स्वास्थ्य संस्थानों में विश्व तंबाकू निषेध दिवस के अवसर पर गतिविधियों का आयोजन किया जायेगा और लोगों को शपथ भी दिलाई जाएगी।
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