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ठोरा में 30 मई से शुरू होगा श्री लक्ष्मीनारायण महायज्ञ,प्रतिदिन चल रहा कथा- sadar




(बक्सर ऑनलाइन न्यूज़):-  सदर प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत ठोरा गांव स्थित बाबा दुधेश्वर नाथ मंदिर त्रिवेणी स्थान में आगामी 30 मई से भव्य कलश यात्रा के साथ श्री लक्ष्मी नारायण महायज्ञ का आयोजन शुरू होगा। यह महायज्ञ जगद्गुरु रामानुजाचार्य गंगापुत्र श्री लक्ष्मी नारायण त्रिदंडी स्वामी जी महाराज के सानिध्य में सम्पन्न होगा। यज्ञ पूर्णाहुति 4 जून को हवन पूजन एवं विशाल भंडारे के साथ होगा।


वही यज्ञ की तैयारियां जोरों पर चल रही है। इस बीच प्रतिदिन सुबह शाम यज्ञाधीश गंगापुत्र त्रिदंडी स्वामी जी महाराज के मुखारबिंद से प्रवचन सुनने सैकड़ों श्रद्धालुओं का भीड़ मंदिर प्रांगण में उमड़ रहा।

इस कड़ी में प्रवचन के दौरान गंगापुत्र जी महाराज ने आधुनिक युग में जन्मदिन मनाए जाने को लेकर विचार प्रकट किया। कथा में उन्होंने कहा कि शुकदेव जी से परीक्षित ने जब प्रश्न किया कि मरने वाले को क्या करना चाहिए,हम सब को सात दिन में ही मरना है,इसलिए शुक्रदेव जी प्रसन्न हो गए, और बोले हे राजन आपका जो प्रश्न है लोक हित के लिए प्रश्न है,मरने वाले को तीन काम करना चाहिए, पहला भगवान की कथा सुनो,दूसरा कीर्तन करो,और तीसरा उसका स्मरण एवम जीवन में उतारो तब लाभ होगा। 

वही स्वामी जी महाराज ने कहा कि ,लेकिन हम आप प्रति दिन मरते जा रहे है happy birthday मनाते है, "तेशाम प्रमतो निधनम पश्यनपी पश्यति"।

उन्होंने कहा कि लोग 2 साल के बच्चो से केक कटवाते है , बती बुझावते है,हमारे सनातन धर्म में बती को मुंह से फूक के बुझाना अशुभ माना गया है,जितने बती बुझाता है उतना बच्चे की आयु कम होती जाती है,जो सौ वर्ष जीने वाला होगा वो 70 में ही मर जायेगा इसलिए जन्मदिन मनाना हो तो हजारों दीपक जलाओ बुझाओ नही,और फिर केक काटते है,दो साल के बचे के हाथ में चाकू छुरा धरा देते है, जो आपका बेटा दो साल का होकर केक काट सकता है वो 20साल का होके गर्दन भी काट सकता है, इसलिए चमच का प्रयोग करो,प्रति दिन मरते जा रहे है। लेकिन happy birthday मनाते है,इसलिए मरने वाले को तीन काम करना चाहिए।



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