- बच्चों को स्कूल जाने के पूर्व तरह आहार का करायें सेवन, मौसमी फल भी जरूरी
- शारीरिक समस्या होने पर तुरन्त बच्चे को निकट के सरकारी अस्पताल ले जाएं
(बक्सर):- जिले में बढ़ती गर्मी के कारण लोगों को हीट स्ट्रोक का सताने लगा है। दोपहर होते ही सड़के सुनसान होने लगी है। मौसम विभाग की आधिकारिक वेबसाइट के अनुसार बुधवार को जिले का अधिकतम तापमान 42 डिग्री रहा। लेकिन, गर्म पछुआ हवाओं के कारण लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। खासतौर पर स्कूल जाने वाले बच्चे लू की चपेट में सबसे ज्यादा आते हैं। हीट स्ट्रोक के कारण बच्चे डिहाइड्रेशन के भी शिकार हो सकते हैं। ऐसे में बच्चों को गर्मी से होने वाली स्वास्थ्य संबंधी परेशानी से बचाने और उन्हें इस भीषण गर्मी में ठंडा रखने के लिए कुछ सुपाच्य और हल्के आहार देना जरूरी है। जिसका इस्तेमाल कर बच्चों को हीट स्ट्रोक के खतरे से सुरक्षित रखा जा सकता है। साथ ही कुछ जरूरी एहतियात भी बरतना जरूरी है, ताकि लू बच्चों को अपनी चपेट में न ले सके।
समय समय पर पानी पीते रहने के लिये प्रेरित करें :
अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. अनिल भट्ट ने बताया, स्कूल जाने से पहले बच्चे को जूस, नींबू पानी, ग्लूकोज जैसे तरल पदार्थ जरूर दें। स्कूल से आने के बाद थोड़ी देर रुक कर सबसे पहले फिर से ग्लूकोज, नींबू पानी या जूस दें। स्कूल बैग में बच्चे के लिए पानी का बॉटल हो इस बात का ध्यान रखें। वहीं, स्कूल में समय समय पर पानी पीते रहने के लिये प्रेरित करें। स्कूल से छुट्टी होने के बाद के लिय बच्चों को टोपी और आंखों पर धूप का चश्मा उपलब्ध करायें। यदि यह महसूस हो कि गर्मी के कारण बच्चे की तबीयत खराब हो रही है, तो तुरंत आम पन्ना या ओआरएस बना कर पिलाएं। साथ ही, उल्टी, दस्त या बुखार की शिकायत हो तो डॉक्टर से संपर्क करना न भूलें, सभी सरकारी अस्पतालों में निःशुल्क चिकित्सा सुविधा का लाभ उठायें।
बच्चों के दैनिक आहार में करें बदलाव:
मौसम के हिसाब से आहार परिवर्तन करना हितकर होता है। विशेष रूप से बच्चों को कुछ चीजों के सेवन के लिए प्रेरित करना जरुरी होता है। नींबू पानी ताजा नींबू के रस, पानी, चीनी और नमक से तैयार किया जाता है। नींबू कई आवश्यक विटामिन और खनिजों जैसे विटामिन सी, विटामिन बी 6 और पोटैशियम से भरपूर होते हैं। शिकंजी भारत का प्रसिद्ध पारंपरिक नींबू पेय है। आम में 80 प्रतिशत से अधिक पानी की मात्रा होती और गर्मियों के दौरान यह एक आइडियल फूड ऑप्शन है। वहीं, छाछ को दही, पानी और नमक से बनाया जाता है। छाछ पाचन में सुधार करने में भी मदद करती है। तरबूज में 90 प्रतिशत से अधिक पानी होने के कारण गर्मियों में हाइड्रेटेड रहने में मदद करता है। तरबूज साइट्रलाइन नामक अमीनो एसिड से भी भरपूर होता है। यह एक आवश्यक अमीनो एसिड है, जो हमारे दिल और रोग प्रतिरोधक क्षमता के लिए फायदेमंद होता है।सके अलावा सत्तू खाने या पीने से लू लगने का खतरा काफी कम हो जाता है। लेकिन, सबसे जरूरी बात यह है कि बच्चों को गर्म हवा या दोपहर में घर के बाहर न जाने दें।
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