• रोग प्रतिरोधक क्षमता को विकसित करने के लिए दूसरी डोज आवश्यक
• कोविड अनुरूप व्यवहारों को अपनाने में कोताही किया जाना हो सकता है खतरनाक
(बक्सर ऑनलाइन न्यूज़):- जिला में कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए कोविड-19 का टीकाकरण अभियान जारी है। कोविड-19 टीकाकरण अभियान अपने विभिन्न चरणों से गुजरता हुआ अब 15 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के सभी लोगों को टीका लगाने के लक्ष्य प्राप्ति की ओर अग्रसर है। वहीं, सरकार के निर्देश पर जल्द ही 12 साल से अधिक उम्र के बच्चों के लिए टीकाकरण की तैयारी चल रही है। इसके लिए जिले में सरकार व निजी स्कूल के अलावा आंगनबाड़ी स्तर पर 12 से लेकर 15 वर्ष से कम उम्र के बच्चों का सर्वे किया जायेगा। ताकि, निर्धारित उम्र वर्ग के लाभार्थी बच्चों की संख्या का सटीक आंकलन किया जा सके और फिर अभियान चला कर उनको टीकाकृत किया जाए। हालांकि, इसकी शुरुआत में थोड़ा विलंब है। लेकिन, फिलवक्त जिले में 15 से 18 वर्ष से कम उम्र के बच्चों का टीकाकरण चल रहा है। जिसमें वैक्सीनेशन अभियान के तहत टीके की पहली डोज देने की प्रक्रिया अपने अंतिम पड़ाव पर है।
आम सभाओं के सकारात्मक परिणाम आए सामने :
जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. राज किशोर सिंह ने बताया, टीकाकरण अभियान के दौरान 15 से 18 आयुवर्ग के छूटे हुए किशोर-किशोरियों का सर्वे उन सभी किशोर-किशोरियों का टीकाकृत किया जा रहा है। वहीं, टीके के विभिन्न डोज से वंचित लाभार्थियों को चिन्हित करने व टीकाकृत करने के लिए आम सभाओं का भी आयोजन किया गया। जिसका सकारात्मक परिणाम सामने आया। फिलवक्त पंचायत स्तर पर आयुवर्ग के अनुसार लाभुकों को जागरूक एवं प्रोत्साहित करते हुए उनको कोरोना वैक्सीन की दूसरी डोज़ एवं प्रीकाॅशन डोज दी जा रही है। ऐसे में लोगों को यह भी समझना होगा कि कोविड-19 टीकाकरण के प्रति उदासीनता एवं कोविड अनुरूप व्यवहारों को अपनाने में कोताही किया जाना खतरनाक साबित हो सकता है।
रोग प्रतिरोधक क्षमता को मिलती है अतिरिक्त मजबूती :
डॉ. राज किशोर सिंह ने बताया, कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए कोविड-19 वैक्सीन की दूसरी डोज लेना बहुत जरूरी है। कोरोना वैक्सीन का निर्माण शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता के विकास के लिए किया गया है। कोविड- 19 वैक्सीन की पहली डोज लेने से व्यक्ति के शरीर में विकसित रोग प्रतिरोधक क्षमता को और अधिक प्रभावी एवं अधिक समय तक कारगर बनाये रखने के लिए कोविड- 19 वैक्सीन की दूसरी खुराक लेना बेहद जरूरी है। दूसरी डोज लेने से आपके शरीर में विकसित रोग प्रतिरोधक क्षमता को अतिरिक्त मजबूती मिलती है। साथ ही यह आपमें विकसित रोग प्रतिरोधक क्षमता को अधिक समय तक प्रभावी बनाये रखने में अहम भूमिका निभाती है।
किशोर वर्ग के लाभार्थी दूसरी डोज के प्रति न हो उदासीन :
'कोरोना के नये मामले नहीं मिलने से लोगों में कोविड- 19 वैक्सीन की दूसरी एवं प्रीकाॅशन डोज लेने में उदासीनता देखी जा रही है। जो कभी भी खतरनाक साबित हो सकती है। साथ ही, लोगों द्वारा कोरोना उपयुक्त व्यवहार को अपनाये रखने में भी कोताही बरती जा रही है। जो कोरोना वायरस को न्यौता देने के समान है। जिन लाभार्थियों ने अपनी निर्धारित डोज नहीं ली है, वे अनिवार्य रूप से इससे लें। विशेषकर किशोर वर्ग के लाभार्थी दूसरी डोज के प्रति उदासीन न रहें।' - डॉ. जितेंद्र नाथ, सिविल सर्जन, बक्सर
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