बक्सर । डुमरांव एसडीपीओ अफाक अख्तर अंसारी की मानवता किसी न किसी रूप में सामने आती रहती है। अपने दया भावना के कारण ही एसडीपीओ अक्सर सुर्खियों में रहते हैं। बुधवार को एसडीपीओ ने सड़क किनारे गंभीर रूप से जख्मी अवस्था में पड़े व्यक्ति को न केवल अपने वाहन से अस्पताल पहुंचाया बल्कि स्ट्रेचर पर लिटाकर उसे खुद इमरजेंसी कक्ष में भर्ती कराया जिससे जख्मी को ससमय प्राथमिक उपचार मिल सका। मिली जानकारी के अनुसार भोजपुर जिले के दो व्यक्ति लव सिंह और सत्यम सिन्हा बक्सर की तरफ जा रहे थे, तभी किसी अज्ञात वाहन की टक्कर से वो आरा बक्सर फोरलेन पर ढकाईच गांव के समीप जख्मी हो गए।
संयोग से एसडीपीओ अफाक अख्तर अंसारी उसी रास्ते से ब्रह्मपुर की तरफ निकले थे, तभी स्थानीय गांव के समीप उन्होंने जख्मियों को अचेत अवस्था में देखा। इनमें से लव सिंह की स्थिति बेहद नाजुक थी, जो किसी अज्ञात वाहन की चपेट का शिकार हो गया था। एसडीपीओ ने आव देखा न ताव और जख्मियों को अपने वाहन में बिठाकर अनुमंडल अस्पताल की तरफ रवाना हो गए। अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद जख्मी को रवाना कर दिया गया। एसडीपीओ की इस मानवता भावना के बाद जख्मी के परिजनों ने उनका धन्यवाद किया है। बता दें कि अभी पिछले दिनों ही गोपालडेरा के समीप एसडीपीओ में जख्मी अवस्था में पड़े एक वृद्ध को प्रतापसागर के मेथोडिस्ट अस्पताल पहुंचाया था।
अनुमंडलीय अस्पताल में इलाज करने वाले डॉक्टरों की मानें तो यदि प्राथमिक इलाज मिलने में थोड़ा और देरी होती तो उनकी जान भी जा सकती है। जाहिर है, एसडीपीओ की तत्परता से एक व्यक्ति की जान बच गई। इस संबंध में एसडीपीओ ने कहा कि यह उनका ही नहीं बल्कि प्रत्येक नागरिक का कर्तव्य है। उन्होंने कहा कि हमे दुर्घटना के शिकार लोगों की तत्काल मदद करनी चाहिए तथा उन्हें नजदीक के किसी अस्पताल में पहुंचाना चाहिए। एसडीपीओ ने कहा कि समय से प्राथमिक इलाज मिलने से जान बच जाती है। हम सारे दायित्वों को जिम्मेदारों के भरोसे ही छोड़ेंगे तो यह हमारी ही परेशानी का सबब बन सकती है। इन मामलों में हमें खुद पहल करनी चाहिए।
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