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प्रसव पीड़िता की स्वास्थ्य रिपोर्ट उपलब्ध कराने पर आशा को मिलेगी 500 रुपये प्रोत्साहन राशि- district-bhojpur

 


• जिले के सभी स्वास्थ्य स्थानों पर गर्भवती महिलाओं के एएनसी जांच के लिए लगाया जाता है शिविर
• सुरक्षित प्रसव को बढ़ावा देने व जटिलताओं को कम करने के उद्देश्य से की जाती है नियमित जांच

(बक्सर ऑनलाइन न्यूज़/आरा):- जिले में मातृ-शिशु मृत्यु दर को कम करने के उद्देश्य से सरकार व राज्य स्वास्थ्य समिति विभिन्न योजनाओं का संचालन कर रही है। इसके लिए प्रसव से पूर्व व प्रसव के बाद भी जच्चे-बच्चे की नियमित निगरानी की जाती है। इस क्रम में आंगनबाड़ी केंद्रों की सेविकाओं के साथ आशा कार्यकर्ता अपने-अपने सम्बंधित क्षेत्र में अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन करते हुए लाभुक महिलाओं को जागरूक करती हैं और उन्हें पोषण की जानकारी देने के साथ साथ नियमित जांच के लिये भी प्रेरित करती हैं। प्रसव पूर्व जांच के लिए जिले के सभी पीएचसी, सीएचसी, रेफरल एवं अनुमंडलीय व जिला अस्पतालों में गर्भवती महिलाओं की प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के तहत शिविर आयोजित कर प्रसव पूर्व (एएनसी) जांच की जाती है। 
प्रसव के 45वें दिन आशा को करना है गृह भ्रमण : 
अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. केएन सिन्हा ने बताया, इस अभियान को सफल बनाने में आशा कार्यकर्ताओं की भूमिका अहम है। इस क्रम में आशा कार्यकर्ता को अपने सम्बंधित क्षेत्र की गर्भवती महिलाओं का शुरुआती दौर से ही स्वास्थ्य अवलोकन करना है। प्रसव के 45वें दिन गृह भ्रमण कर आशा कार्यकर्ता को स्वास्थ्य अवलोकन कर एएनएम के माध्यम से स्थानीय प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को रिपोर्ट उपलब्ध कराना है। ऐसे आशा कार्यकर्ता को 500 रुपये की प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। इसे सुनिश्चित करने को लेकर जिले के सभी स्वास्थ्य संस्थानों के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को आवश्यक निर्देश दिए गए हैं। साथ ही, प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के तहत शिविर आयोजित कर गर्भवती महिलाओं की प्रसव पूर्व जांच कराना है। 



गर्भवती महिलाओं की होगी समुचित जांच : 
जिले के जगदीशपुर प्रखंड की कौंरा पंचायत के स्थानीय गांव की लाभुक नीतू देवी ने हाल ही में अपने बेटे को जन्म दिया। उन्होंने गर्भावस्था के दौरान एएनसी जांच को काफी सार्थक प्रयास माना। उन्होंने बताया कि प्रसव के पूर्व उन्होंने चार बार एनएसी जांच कराई थी। जिसमें मेडिकल टीम द्वारा गर्भवती महिलाओं की ब्लड, यूरिन, एचआईवी, ब्लड ग्रुप, बीपी, हार्ट-बिट आदि की भी जांच की गई। साथ ही प्रसव अवधि के दौरान किसी प्रकार की शारीरिक परेशानी होने, इसके लिए चिकित्सकों ने जांच कराने की सलाह भी दी। जिसके कारण उनका बच्चा आज स्वस्थ है। 
सुरक्षित व सामान्य प्रसव के लिए एएनसी जांच जरूरी : 
'प्रसव अवधि के दौरान किसी भी प्रकार की परेशानी होने पर तुरंत जांच करानी चाहिए। दरअसल, समय पर जांच कराने से किसी भी प्रकार की परेशानी का शुरुआती दौर में ही पता चल जाता है और पता लगने पर ही उसे आसानी से दूर किया जा सकता है। इसके लिए सरकार द्वारा प्रत्येक माह पीएचसी स्तर पर निःशुल्क एएनसी जांच की व्यवस्था की गई है। ताकि प्रसव के दौरान गर्भवती महिलाओं को किसी प्रकार की अनावश्यक शारीरिक परेशानी का सामना न करना पड़े और सुरक्षित प्रसव को बढ़ावा मिल सके। साथ ही, सुरक्षित और सामान्य प्रसव को बढ़ावा देने के लिए गर्भवती महिलाओं को प्रसव पूर्व जांच कराना जरूरी है।'- डॉ. आरपी सिंह, सिविल सर्जन, भोजपुर


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