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बक्सर के रोहित दुबे की नई किताब '30 Lessons Not Taught in School' का मुंबई में होगा विमोचन,बताया 'जीवन कौशल' पर संदर्भित है पुस्तक- book-writer-rohit

 

रिपोर्ट- गुलशन सिंह
बक्सर । कहा गया है प्रतिभा कभी भी परिस्थितियों की मोहताज नहीं होती हैं, इसको कभी भी प्रतिबंधित नहीं किया जा सकता है प्रतिभाएँ तमाम विपरीत परिस्थितियों के बावजूद निखर कर सामने आती हैं. इसी को चरितार्थ किया है बक्सर के चरित्रवन के निवासी रोहित दुबे ने. कराटे तथा क्राव मागा से ब्लैक बेल्टर रह चुके रोहित फिलहाल, मुंबई के एक एमएनसी में बतौर साफ्टवेयर आर्किटेक्ट कार्यरत है. रोहित की नई पुस्तक '30 Lessons Not Taught in School' जो कि बच्चों के 'जीवन कौशल' पर आधारित है यह किताब इनदिनों काफी चर्चा में है.

इस पुस्तक में रोहित ने आधुनिक युग के बच्चों के जीवन में होने वाली घटनाओं, सफलताओं एवं विफलताओं को अपने नजरिये से अंकित किया है. 

इस सम्बंध में अधिक जानकारी देते हुए लेखक रोहित दुबे ने बताया कि उनकी किताब को स्टोरीमिरर मुंबई ने प्रकाशित किया है. किताब बीते 26 जून से अमेज़ॉन पर भी उपलब्ध हो गया है. हालांकि, अभी इसका औपचारिक रूप से लांचिंग नही हुआ है. उन्होंने बताया कि मेरी लिखी हुई किताब की ग्रैंड विमोचन अगले माह अगस्त में मुंबई के एक निजी होटल में होना है. उन्होंने बताया पुस्तक मुख्य रूप से जीवन कौशल के बारे में है, जो आम तौर पर पारंपरिक स्कूल में नहीं सिखाई जाती है. इसे चार इकाई में प्रकाशित किया गया हैं. पहला इकाई मान्यता के बारे में है, जिसमें हमारी मान्यताओं को कैसे अनसीखा करें और पुनः सीखें, अनुशासन, निरंतरता, साहस इत्यादि पर पाठ शामिल हैं. 

वही दूसरे इकाई में वित्त के बारे में विस्तार से समझाया गया है जो युवाओं को वित्तीय साक्षर बनाने के उद्देश्य से लिखी गई है और इसमें बजट कैसे बनाया जाए और पैसा कैसे निवेश किया जाए, साथ ही बीमा चुनने के कुछ सुझाव भी शामिल हैं. इसके अलावा तीसरे इकाई में शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर पाठ शामिल हैं. इसमें व्यस्त जीवन में शरीर को शारीरिक और मानसिक रूप से फिट रखने के टिप्स शामिल हैं. वही चौथे इकाई में रिश्तों पर पाठ शामिल हैं. जैसे कि माता-पिता और बच्चों की देखभाल कैसे करें? इसके साथ ही पुस्तक के अंतिम भाग में Action Tracker हैं, यह एक डायरी की तरह है जिसमें पाठक को इस पुस्तक में प्राप्त सैद्धांतिक ज्ञान को लागू करने के लिए उसके व्यावहारिक कार्यान्वयन चरण लिखने होंगे. कुल मिलाकर इस पुस्तक से छात्र-छात्राओं तथा युवाओं को जीवन में आने वाली कठिनाइयों से निपटने के लिए मार्गदर्शन किया गया है.



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