बक्सर । बुधवार को कृषि प्रौद्योगिकी प्रबंध अभिकरण द्वारा बाजार समिति परिसर में आयोजित दो दिवसीय किसान मेला का शुभारंभ डीएम अंशुल अग्रवाल द्वारा दीप प्रज्जवलित कर एवं फीता काटकर किया गया।
डीएम ने पराली प्रबंधन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि पराली अवशेष नहीं विशेष है। किसान इसे जलाने के जगह पर इस्तेमाल करें। वही स्टाॅल में मदन वाटिका नर्सरी, मनोज मधु उत्पादन केन्द्र, जागृति मशरुम एफपीओ, डुमराॅंव एफपीओ, दियरांचल एफपीओ इत्यादि के साथ-साथ कृषि व कृषि से सम्बद्ध विभाग यथा केवीके, मत्स्य, सहकारिता, उद्यान इत्यादि द्वारा आकर्षक स्टाॅल लगाया गया था।
जिला कृषि पदाधिकारी ने कृषि विभाग व आत्मा द्वारा संचालित योजनाओं के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी। मौके पर पराली प्रबंधन हेतु स्ट्राबेलर के माध्यम से जीवंत प्रदर्शन कर इसके महत्वों से अवगत कराया गया। आत्मा द्वारा किसान वैज्ञानिक संवाद भी आयोजित किया। जिसमें कृषि विज्ञान केन्द्र के विशेषज्ञ हरिगोविंद ने रबी मौसम में उगाई जाने वाली फसलों के प्रबंधन पर प्रकाश डाला साथ ही किसानों के प्रश्नों के उतर भी दिये गये।
कार्यक्रम में उप विकास आयुक्त महेंद्र पाल, जिला सहकारिता पदाधिकारी, जिला पशुपालन पदाधिकारी, सहायक निदेशक प्रक्षेत्र, उप परियोजना निदेशक, सहायक निदेशक, भूमि संरक्षण, सहायक निदेशक, जिला स्तरीय आत्मा कर्मी, बीएओ, कृषि समन्वयक, बीटीएम, एटीएम, किसान सलाहकार के साथ अनेक प्रगतिशील कृषक उपस्थित थे।
मेला के दूसरे दिन के कार्यक्रम में फल-फूल-सब्जी प्रदर्शनी में शामिल कृषकों के बीच पुरस्कार वितरण, देशी प्रशिक्षण व आरपीएल प्रशिक्षण में उतीर्ण प्रशिक्षणार्थियों का प्रमाण-पत्र वितरण, परिभ्रमण कार्यक्रम सहित किसान वैज्ञानिक संवाद इत्यादि आयोजित किया जायेगा।
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